ढाका। भारतीय सीनियर फुटबॉल टीम के सहायक कोच शानमुगम वेंकटेश का मानना है कि पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले सभी मैच मूल रूप से एक मनोवैज्ञानिक लड़ाई होते हैं। भारत को यहां सैफ कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान से भिडऩा है। वेंकटेश ने कहा, खिलाड़ी हो या आम आदमी, जब भारत-पाकिस्तान मैच होता है तो हर किसी को गर्मी महसूस होती है।
भारत में ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के मैच से हम सब परिचित हैं। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा हाई-वोल्टेज होता है। यह मुख्य रूप से एक मनोवैज्ञानिक लड़ाई है। पाकिस्तान के खिलाफ अपने निजी अनुभव को लेकर वेंकटेश ने कहा, पाकिस्तान के खिलाफ मुझे अभी भी अपना पहला मैच याद है।
हमने गोवा में 1997 के सैफ चैम्पियनशिप में उनके खिलाफ खेला था। हम वह मैच जीतने में कामयाब रहे थे। हम इसमें 2-0 से जीते थे। उस मैच में तकनीकी रूप से शायद हम बेहतर थे।
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तीन बार (1997, 1999, 2005) की सैफ कप चैम्पियन भारतीय टीम के पूर्व
खिलाड़ी वेंकटेश ने पाकिस्तान के खिलाफ सात मैच खेले हैं जिसमें से उनके
रहते केवल एक में भारतीय टीम हारी थी। वेंकटेश ने कहा कि मैंने पाकिस्तान
के खिलाफ सात मैच खेले और एक बार हारा। यह हार 2005 में मैत्री कप में मिली
थी। उस टूर्नामेंट में हमने दूसरे दो मैच खेले और जीते। सीरीज 1-1 से
समाप्त हो गई लेकिन हार के बाद यह हमारे लिए दुनिया के अंत की तरह था।
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