जयपुर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ट्रेनर्स की क्षमता एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बेहतर परिणाम सामने आ सकें।
श्रम मंत्री डॉ. जसवंत सिह यादव यहां कौशल भवन परिसर में विभाग द्वारा आयोजित समीक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने प्लेसमेंट प्रक्रिया को सुदृढ़ करने तथा शिकायतों के निवारण के लिए एक पृथक पोर्टल तैयार करने की बात कही। उन्होंने तकनीकी शिक्षा (प्रशिक्षण) विभाग को निर्देश दिए कि विभाग द्वारा प्रशिक्षण के लिए नवीनतम टूल्स एवं अन्य उपकरण की उपलब्धता राजकीय आईटीआई में सुनिश्चित की जाए, ताकि राज्य के युवाओं को इसका और अधिक लाभ मिल सके एवं प्रशिक्षण बाद उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी मिल सकें।
श्रम मंत्री ने विभाग के मुख्यालय स्थित अधिकारियों को राज्य के सभी रोजगार कार्यालयों का समयबद्ध रूप से निरीक्षण सुनिश्चित किए जाने एवं उनके कार्यों की निरंतर समीक्षा करने के भी के निर्देश दिए। श्रम मंत्री ने फैक्ट्री एवं बॉयलर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा बिजली विभाग एवं ऎसी संस्थाएं जो बॉयलर बनाती हैं। उनके समन्वय से इसकी जानकारी ली जाए कि राज्य में ऎसे कितने कारखाने हैं जहां बॉयलर उपलब्ध हैं, परंतु उनका पंजीयन नहीं किया गया है। ऎसे सभी कारखानों का समयबद्ध रूप से निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए एवं उनके कार्यों की निरंतर समीक्षा की जाए, ताकि भविष्य में किसी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
इस अवसर पर श्रम मंत्री ने विभाग की नवीनतम ‘कारखाना सुरक्षा पुरस्कार योजना’ का विमोचन किया। उन्होंने इसके बारे में बताते हुए कहा कि इस स्वैच्छिक योजना में राजे का कोई भी कारखाना स्व-प्रेरणा एवं स्व-विवेक से राजफैब पर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। मुख्य कारखाना एवं बायलर्स विभाग के मुख्य निरीक्षक ने विभागीय कार्यों की प्रगति एवं इनको पेपरलैस किए जाने के बारे में जानकारी दी।
बैठक में विभाग के सचिव राजेश यादव, निदेशक निकया गोहाएन, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी विभागों ने पृथक रूप से विभागीय कार्यों पर विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया।
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