चंडीगढ़। आगामी खरीद सीजन के दौरान हरियाणा की मंडियों में जितने भी बाजरे की आवक होगी, सरकारी एजेंसियों द्वारा पूरे बाजरे की खरीद की जाएगी। इस वर्ष राज्य में पांच लाख 50,000 हैक्टेयर क्षेत्र में बाजरे की बिजाई हुई है और 11.28 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होने का अनुमान है।
यह जानकारी हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान प्रश्नकाल के समय विधायक डॉ. अभय सिंह यादव द्वारा राज्य में बाजरे की फसल बोने का जिलावार विवरण व संभावित उत्पादन के बारे पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सदन को दी।
धनखड़ ने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि हाल ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई बढ़ोतरी की घोषणा से बाजरे के मूल्य में लगभग 97 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है और सरकार की ओर से 1950 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद की जाएगी।
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उन्होंने बताया कि भिवानी और चरखी दादरी में सर्वाधिक 112 हजार
हैक्टेयर में बाजरे की बुआई हुई है, जबकि महेन्द्रगढ़ में 105 हजार
हैक्टेयर क्षेत्र में, रेवाड़ी जिले में 74,000 हैक्टेयर क्षेत्र में,
झज्जर में 50,000 हैक्टेयर क्षेत्र में, हिसार में 45,000 हैक्टेयर, जींद
में 31,000 हैक्टेयर क्षेत्र, गुड़गांव में 35,000 हैक्टेयर क्षेत्र, मेवात
में 30,000 हैक्टेयर क्षेत्र में, सोनीपत में 10,000 हैक्टेयर क्षेत्र में,
सोनीपत और पलवल में 10-10 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में बाजरे की बुआई हुई
है।
धनखड़ ने बताया कि महेन्द्रगढ, रेवाड़ी,
चरखी दादरी, झज्जर, भिवानी व दादरी, मेवात व गुड़गांव जिलों में बाजरे की
अधिक पैदावार होने का अनुमान है।