नीतू आत्महत्या मामला- एसपी के ही पत्र से सामने आया उनका झूठ!

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 10 सितम्बर 2018, 5:57 PM (IST)

बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के कमासिन थाना परिसर के सरकारी आवास में चार सितंबर को कथित तौर पर महिला सिपाही नीतू शुक्ला द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में सुसाइड नोट को लेकर बोले जा रहे झूठ का खुलासा पुलिस अधीक्षक ने खुद अपने ही पत्र से कर दिया है। यह पत्र एसपी ने घटना की ही रात आला अधिकारियों को भेजा है, जिसमें सुसाइड नोट बरामद होने का जिक्र किया गया है।
अधिकारिक तौर पर पुलिस अधीक्षक एस. आनंद ने अब तक सुसाइड नोट बरामद होने की पुष्टि नहीं की थी। लगातार मीडिया और मृत सिपाही के परिजनों से सिर्फ कमरे से कुछ पुराने दस्तावेज बरामद होने की बात कहते रहे हैं। लेकिन, चार सितंबर की रात में ही पुलिस महानिदेशक सहित अन्य आला अधिकारियों को भेजे गए पत्र संख्या-एसटी/एसपी-48/2018 में पुलिस अधीक्षक ने महिला आरक्षी के सरकारी आवास के बिस्तर के नीचे एक सुसाइड नोट बरामद होने और उस पर चार पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्रताड़ित किए जाने के गंभीर आरोप लगाने का जिक्र किया है। इस पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि ‘क्षेत्राधिकारी सदर (जांच अधिकारी) प्राप्त सुसाइड नोट को जांच में समावेश करते हुए जांच कर दोषी कर्मचारियों का दोष निर्धारित करते हुए अपनी आख्या शीघ्र उपलब्ध कराएं।’इसके पूर्व ‘गोपनीयता’ का हवाला देकर कई बार खुद एसपी ने सुसाइड नोट न बरामद होने का दावा कर चुके हैं। सोमवार को लिखे गए पत्र और अब तक छिपाए गए सुसाइड नोट बावत पुलिस अधीक्षक से उनका पक्ष जाने की काशिश की गई, लेकिन उन्होंने अपना सीयूजी मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया।
मृत महिला सिपाही के पिता अनिल कुमार शुक्ला ने फोन पर बताया कि ‘एसपी उनसे कुछ पुराने दस्तावेज बरामद होने और उन्हें सत्यापन के लिए भेजे जाने की बात बताई है, सुसाइड नोट बरामद होने का अभी तक जिक्र नहीं किया।’ उन्होंने कहा कि ‘सुसाइड नोट अब तक छिपाने के पीछे अधिकारी की मंशा क्या थी? भगवान जाने।’शुक्ला की मानें तो उनकी बेटी उपनिरीक्षक बनने की हसरत पाले थी, लेकिन सिर्फ दो नंबर से पिछड़ जाने पर उसे सिपाही की नौकरी के रूप में मौत मिली है।’

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