सोना जीतकर लौटे पहलवान बजरंग के सिर सजा सोने का मुकुट

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 06 सितम्बर 2018, 11:57 AM (IST)

नई दिल्ली। जकार्ता एशियाई खेलों में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले पहलवान बजरंग पूनिया को यहां सोने का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया। बजरंग ने पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा में जापान के दाइचे ताकातानी को रोचक और कड़े मुकाबले में 11-8 से मात देकर एशियाई खेलों का अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया था।

पावरलिफ्टर गौरव शर्मा ने मंगलवार देर शाम यहां एक पांच सितारा होटल में आयोजित कार्यक्रम में सोने का मुकुट पहनाकर बजरंग को सम्मानित किया। सोने के इस मुकुट की कीमत करीब छह लाख रुपए बताई जा रही है। बजरंग ने खुद को सम्मानित किए जाने के बाद कहा, अपने देश की ओर से इस सम्मान को पाकर मैं बहुत खुश महसूस कर रहा हूं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश को गौरवान्वित करने के लिए मैं कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगा। इंद्रप्रस्थ शिक्षा एवं खेल विकास संगठन तथा कमल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड एडवांस टेक्नोलोजी की ओर से आयोजित इस सम्मान समारोह में गौरव के अलावा संस्थान के चेयरमैन वीपी टंडन और अध्यक्ष भरत झा भी मौजूद थे।

पैरा-एशियाई खेलों की मशाल रैली शुरू


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

जकार्ता। पैरा-एशियाई खेलों की मशाल रैली की शुरुआत बुधवार से हो गई है। इस रैली को सेंट्रल जावा प्रांत के सोलो शहर से शुरू किया गया। समिति ने अपने एक बयान में कहा कि इस रैली की शुरुआत रापेन से हुई, जो सेंट्रल इंडोनेशिया के ग्रोबकन प्रांत में स्थित है। इसके बाद इसे प्रांत के कई हिस्सों में ले जाया जाएगा। इसके बाद इस मशाल को इंडोनेशिया के कई शहरों में भी घुमाया जाएगा।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इंडोनेशिया के पूर्वी क्षेत्र में स्थित शहरों में इस मशाल को घुमाने के बाद इसे देश के केंद्र में स्थित शहरों और पश्चिमी क्षेत्रों में भी ले जाया जाएगा। यह मशाल 30 सितम्बर को जकार्ता पहुंचेगी, जहां पैरा-एशियाई खेलों की कई स्पर्धाओं का आयोजन होना है। पैरा-एशियाई खेलों का आयोजन हर चार साल के अंतराल में होता है। इंडोनेशिया में इनका आयोजन इस बार छह से 13 अक्टूबर तक होगा।

ये भी पढ़ें - शनाका ने गेंदबाजी नहीं बल्लेबाजी में किया कमाल, श्रीलंका जीता