जयपुर । दिगंबर जैन मुनि तरुण सागर के देवलोकगमन पर समाजसेवी जेके जैन कालाडेरा (उपाध्यक्ष, रेवका भव्य उदय अतिशय क्षेत्र ) ने शोक जताया है । उन्होंने कहा कि मुनि श्री ने स्वर्ण संस्कृति की गरिमा को ध्यान में रखते हुए जीवन समाधि मरण के साथ आखिरी सांस ली। इस समाधि मरण के साथ मरण होना जैन धर्म में उत्कृष्ट मरण माना जाता है। उन्होंने कहा मुनि श्री भारतीय समाज को एक नया संदेश देकर गए है। मुनिश्री ने अपने प्रवचनों में पूरे देश में व्याप्त बुराईयों का अंत किया और देश के लोगों को एक अच्छे रास्ते पर चलने का संदेश भी दिया ।
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