कांग्रेस नेता ने कहा,आरएसएस की विचारधारा देश के लिए जहर के समान

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 30 अगस्त 2018, 3:15 PM (IST)

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के न्योते की चर्चाओं के मध्यनजर दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक का आयोजन किया गया। इसमें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का मानना है कि राहुल गांधी को न्योता स्वीकार नहीं करना चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार ,कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को संघ कार्यक्रम में भाग नहीं लेने का सुझाव दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा है कि राहुल गांधी को संघ के कार्यक्रम का निमंत्रण को अस्वीकार कर देना चाहिए।

बैठक में पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए बताया गया कि इससे पहले 2007 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आरएसएस की ओर से एक कार्यक्रम में शामिल होने का प्रस्ताव आया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा है कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ एक वैचारिक लड़ाई लड रही है। कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की तिरांजलि दी है।

खडग़े ने कहा कि कर्नाटक में एक छोटी क्षेत्रीय पार्टी (जनता दल-सेक्युलर) के 37 विधायक हैं और हमारे 80 विधायक होने के बाद भी हमने धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए उस पार्टी के लिए मुख्यमंत्री पद छोड़ त्याग दिया है।


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इसलिए राहुल गांधी या कांग्रेस के किसी अन्य नेता को आरएसएस मुख्यालय जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने आगे बताया कि आरएसएस की विचारधारा देश के लिए और दलितों और अन्य उत्पीडि़त वर्गों के लिए एक जहर के समान है। कांग्रेस के नेता ए के एंटनी ने कहा कि अगर आरएसएस का न्योता आता भी है तो इसे स्वीकार करने की आवश्यकता नहीं है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आम चुनाव से पहले पार्टी के आरएसएस के ट्रैप में फंसना नहीं चाहती।

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