बाजवा के शांति चाहने की बात पर भावुक हो गए थे सिद्धु

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 21 अगस्त 2018, 2:12 PM (IST)

चंडीगढ़। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में 18 अगस्त को वहां जाने पर पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने सफाई दी है। सिद्धू ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने पर लगे आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मेरी पाकिस्तान यात्रा की आलोचना की गई, उससे मैं दुखी हूं। सिद्धू ने कहा कि मेरी यात्रा किसी भी तरह से राजनीतिक नहीं थी, इसलिए इस प्रकार की आलोचना करना गलत है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर उन्होंने कहा कि बाजवा ने मुझे कहा था कि हम शांति चाहते हैं। इसके बाद मैं भावुक हो गया, इसलिए गले लगा।

सिद्धू ने कहा कि इससे पहले भी शांति को लेकर कई तरह के प्रयास किए गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोस्ती बस लेकर लाहौर गए थे, उन्होंने मुशर्रफ को भारत बुलाया था। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था। PM मोदी तो अचानक लाहौर भी चले गए थे।

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सिद्धू ने कहा कि मुझे 10 बार न्योता मिला था, जिसके बाद मैंने भारत सरकार से परमिशन ली थी। पहले मुझे इजाजत नहीं दी गई थी, मैं इंतजार कर रहा था। दो दिन बाद जब मुझे पाकिस्तानी सरकार ने वीज़ा दिया तो सुषमा स्वराजजी ने मुझे खुद फोन कर सूचना दी कि मुझे परमिशन दे दी गई है।

बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पाक सेना प्रमुख बाजवा से सिद्धु के गले मिलने की घटना को गलत बताते हुए दुख जता चुके हैं।


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सिद्धु ने यह कहा था पहले

सिद्धू ने इससे पहले बाजवा से गले मिलने पर सफाई देते हुए कहा था कि अगर कोई (पाक आर्मी चीफ बाजवा) आपके पास आए और ये कहे कि हमारी संस्कृति एक ही है और हम गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर बॉर्डर खोल देंगे, तो ऐसे में मैं क्या करता?

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