वीरांगनाओं व 45 उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले महानुभावों को किया सम्मानित

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 15 अगस्त 2018, 4:54 PM (IST)

करनाल। हरियाणा सरकार के सचेतक एवं पंचकूला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने नई अनाज मंडी, करनाल में आयोजित 72वें जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर ध्वजारोहण किया तथा परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली तथा शहीदी स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में हरियाणा सरकार के सचेतक एवं पंचकूला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने सबसे पहले भारत माता के वीर सपूतों जिन्होंने आजादी के लिए अपने बलिदान दिए व आजादी के बाद मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए, को नमन किया और राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर सबको हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। इससे पहले मुख्य अतिथि गुप्ता घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, डीसी डॉ. आदित्य दहिया, एसपी एसएस भोरिया, कर्नल दवेन्द्र सिंह ने शहीदी स्मारक पर शहीदों को पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। श्री गुप्ता ने कार्यक्रम में 15 वीर युद्घ वीरांगनाओं व उनके परिवार के अतिरिक्त अन्य 45 महानुभावों को सम्मानित किया जिसमें पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा समाजसेवी शामिल हैं। इस मौके पर हरियाणा की खेल नीति के तहत 56 खिलाडिय़ों को करीब 3 करोड़ 12 लाख रुपये के नकद ईनाम देकर सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के इस पावन पर्व के साथ हमारे देशभक्तों के त्याग, तप और बलिदान की एक लम्बी गौरव गाथा जुड़ी हुई है। स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा का योगदान अविस्मरणीय रहा है। सन् 1857 की क्रांति सबसे पहले अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी। आजादी की लड़ाई के दौरान और आजादी के बाद देश की सरहदों की रक्षा के लिए हरियाणा के वीर शहादत देने में हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहे हैं। आज भी हमारी सशस्त्र सेनाओं में औसतन हर दसवां जवान हरियाणा से है। हमारे शहीदों और क्रांतिकारियों का उद्देश्य केवल राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त करना ही नहीं था बल्कि उन्होंने एक ऐसे भारत का सपना संजोया था जहां गरीबी, भुखमरी, आर्थिक विषमता, अशिक्षा और अभाव के लिए कोई स्थान न हो। पिछले सात दशकों में राष्ट्र ने तरक्की का जो सफर तय किया है इसका श्रेय हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को जाता है।

उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने पिछले लगभग सवा चार सालों में कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जिससे देश की अर्थ-व्यवस्था में तेजी आई है। भ्रष्टाचार, काला धन और आतंकवाद के खिलाफ करारी चोट करते हुए नोटबंदी जैसा साहसिक कार्य किया है। जीएसटी लागू करके ‘एक राष्ट्र-एक कर’ प्रणाली की अवधारणा को साकार किया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओजस्वी नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन के अनुरूप ‘सबका साथ-सबका विकास’ और ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते हुए पूरे हरियाणा और प्रत्येक हरियाणवी के विकास का बीड़ा उठाया है। वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले लगभग पौने चार सालों में जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर काम किया है। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए पारदर्शी शासन दिया है। किसान-मजदूर के कल्याण, युवाओं के उत्थान और महिलाओं के सम्मान के लिए नई-नई योजनाएं शुरू की हैं। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों को कुछ सुविधाएं देकर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अवश्य दिखा सकते हैं। यही कारण है कि आज हरियाणा में स्वतंत्रता सेनानियों और उनकी विधवाओं को 25,000 रुपये प्रतिमाह सम्मान पेंशन दी जा रही है। स्वतंत्रता सेनानियों और आईएनए के सदस्यों की बहनों, बेटियों और पोतियों की शादी के लिए 51,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है।


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गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने वीरगति को प्राप्त होने वाले सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली एक्सग्रेेसिया ग्रांट 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की है। भूतपूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं को दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की पेंशनों में बढ़ोतरी की गई है। राज्य सरकार ने सेवारत सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके आश्रितों के सम्मान एवं कल्याण के लिए ‘सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग’ का गठन किया है। वर्तमान राज्य सरकार ने आजादी के बाद हुए युद्धों तथा देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए आंतकवादियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त होने वाले हरियाणा के 221 शहीदों के आश्रितों को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि हमने सभी तहसीलों व उप-तहसीलों में पारदर्शी सेवाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ई-रजिस्ट्रेशन और ई-स्टाम्प प्रणाली शुरू की है। इनसे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। ‘सीएम विण्डो’ के खुलने से लोगों की शिकायतों का तत्काल और जिला स्तर पर समाधान होने लगा है। अब तक लगभग तीन लाख शिकायतों का समाधान हो चुका है। प्रदेश में ई-दिशा केन्द्रों और अटल सेवा केद्रों के माध्यम से 281 ई-सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। गरीब एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करने हेतु करनाल सहित प्रदेश के सात जिलों में ‘अंत्योदय भवन’ स्थापित किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रदेश भर में 29 महिला पुलिस थाने तथा उपमण्डल स्तर पर महिला हैल्प डैस्क स्थापित करने का काम किया है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन फोर्स का गठन किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश में प्रत्येक 20 किलोमीटर पर एक महिला कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। मौजूदा सरकार ने भाई-भतीजावाद, जात-पात और क्षेत्रवाद को समाप्त कर योग्यता के आधार पर नौकरियां दी हैं। ग्रुप सी और डी की नौकरियों के लिए इंटरव्यू खत्म किया है। वर्ष 2015 के बाद लगभग 53 हजार से अधिक पदों के लिए विज्ञापन जारी किये गये। इनमें से 25 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की जा चुकी है।

गप्ता ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां बेरोजगार युवाओं को हर महीने 100 घण्टे का काम देने के लिए सक्षम युवा योजना शुरू की गई है। शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने पर बल दिया जा रहा है। युवाओं के कौशल विकास के लिये ‘हरियाणा कौशल विकास मिशन’ बनाया गया है। जिला पलवल के गांव दुधोला में विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय और पंचकूला में राष्ट्रीय फैशन डिजाइन संस्थान स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘हरियाणा खेल एवं शारीरिक फिटनैस नीति-2015’ बनाकर खिलाडिय़ों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित किया है। नए पुरस्कार शुरू किए हैं और पुरस्कार राशि में भी बढ़ोतरी की है। प्रदेश के 3 हजार से 10 हजार तक की आबादी वाले गांवों के विकास के लिए चौधरी छोटूराम जी के नाम पर ‘दीनबंधु हरियाणा ग्राम उदय योजना’ शुरू की गई है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान अब तक गांवों के विभिन्न विकास कार्यों और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 4370 करोड़ रुपये जारी किये गये हैं। 10 हजार से अधिक की आबादी वाले गांवों के लिए ‘हरियाणा स्वर्ण जयंती महाग्राम योजना’ लागू की गई है। प्रदेश के गांवों को स्मार्ट गांव बनाने के लिए हरियाणा स्मार्ट ग्राम प्राधिकरण का गठन किया गया है। तालाबों के सुधार के लिए तालाब विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि बिजली विकास का आधार है। प्रदेश के गांवों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने और ट्रांसमिशन व कॉमर्शियल लॉस को कम करने के लिये ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के 2380 गांवों में 24 घण्टे बिजली आपूर्ति की जा रही है, जिनमें करनाल जिले के 148 गांव शामिल हैं। सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए हमने नई सौर ऊर्जा नीति बनाई है। इस नीति का उद्देश्य हरियाणा में सौर ऊर्जा निवेशकों को अनुकूल माहौल उपलब्ध करवाना तथा वर्ष 2022 तक हरियाणा की सौर ऊर्जा क्षमता 4000 मेगावाट तक ले जाना है। रोटी, कपड़ा और मकान व्यक्ति की बुनियादी जरूरतें होती हैं। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि वर्ष 2022 तक हर परिवार के पास अपना घर हो। उनके इस सपने को हकीकत में बदलने की दिशा में राज्य सरकार ने कई ठोस कदम उठाए हैं। लोगों को किफायती आवास मुहैया करवाने में आवास बोर्ड, हरियाणा अहम भूमिका रही है।

उन्होंने बताया कि हाऊसिंग बोर्ड ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक विभिन्न श्रेणियों के लिए 95,118 मकान बनाए हैं जिनमें से 71,419 मकान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तथा निम्न आय वर्ग के लिए बनाए गए हैं। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक 19,356 फ्लैट्स का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इनमें से 18,115 मकान बीपीएल परिवारों के लिए जबकि 1246 मकान अन्य वर्गों के लिए बनाए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग श्रेणियों के 5,252 मकानों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनमें से 1360 मकान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 3,279 मकान बीपीएल परिवारों के लिए और 613 मकान अन्य वर्ग के लिए हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में जुलाई, 2018 तक गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग व अन्य वर्गों के लिए फ्लैट्स के निर्माण कार्य पर कुल 543.20 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ‘मिशन सभी के लिए घर-2022’ के तहत शहरी गरीबों के लिए आवासीय ऋणों पर ब्याज दरों में 6.5 प्रतिशत रियायत दी जा रही है।


इस मौके पर घरौंडा के विधायक एवं हैफेड के चेयरमैन हरविन्द्र कल्याण, शुगरफैड के चेयरमैन चंद्र प्रकाश कथूरिया, भाजपा के जिलाध्यक्ष जगमोहन आंनद, हरियाणा केशकला बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, भाजपा नेता वीरेन्द्र ठाकुर, करनाल रेंज के आईजी नवदीप विर्क, डीसी डॉ. आदित्य दहिया, पुलिस अधीक्षक एसएस भोरिया, एडीसी निशांत यादव, एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, अधिकारी, छात्र उपस्थित थे।