जयपुर। अखिल राज्य कर्मचारी महासंघ एकीकृत की ओर से डीसी सामंत कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने का विरोध किया जा रहा है। इसके तहत मंगलवार को कर्मचारियों की ओर से सामंत कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने के आदेशों की होली जलाई गई।कर्मचारी संगठनों की ओर से कहा गया है कि सामंत कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने के विरोध में 29 अगस्त को जयपुर में रैली निकाली जाएगी। महासंघ की ओर से कहा गया है कि अगर सरकार
कर्मचारियों की मांगों को नहीं मानती तो रैली महापड़ाव में बदल जाएगी।
सरकार की ओर से सामंत कमेटी का कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ाने से कर्मचारी संगठनों में रोष व्याप्त है। 8 अगस्त को सामंत कमेटी का कार्यकाल समाप्त हो गया था। यह पांचवीं बार है, जब कमेटी का कार्यकाल बढ़ाया गया है। डीसी सामंत कमेटी अब 31 दिसंबर 2018 तक अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
कर्मचारी संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार वेतन विसंगतियों को दूर नहीं करना चाहती और मामले को यूं ही लटकाना चाहती है। चार माह बाद प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं। अक्टूबर के माह में आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में कर्मचारियों की मांगों का समाधान होना मुश्किल है।
राज्य सरकार ने सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करने और कर्मचारियों की अन्य मांगों के समाधान के लिए पूर्व मुख्य सचिव डीसी सामंत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। सामंत कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के बाद ही राज्य सरकार सिफारिशों पर अमल करेगी।
अखिल राज्य कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़
ने कार्यकाल बढ़ाने पर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि
सरकार कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर रही है। कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया कि सरकार वेतन विसंगतियों को दूर नहीं करना चाहती और मामले को यूं ही
लटकाना चाहती है।
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