बर्लिन। स्ट्राइकर रॉबर्ट लेवांडोवस्की की हैट्रिक के दम पर बायर्न म्यूनिख क्लब ने फ्रैंकफर्ट को 5-0 से हराकर जर्मन सुपर कप का खिताब अपने नाम किया। बायर्न ने सातवीं बार इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत हासिल की है। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, बायर्न ने नए मुख्य क्रोएशियाई कोच नीको कोवाक के मार्गदर्शन में पहला मैच खेला और जीत हासिल की।
इस मैच में जीत हासिल कर बायर्न ने फ्रैंकफर्ट के खिलाफ पिछले सीजन में जर्मन कप फाइनल में मिली हार का बदला भी पूरा किया। इस मैच में लेवांडोवस्की ने 21वें और 26वें मिनट में गोल कर बायर्न को पहले हाफ में 2-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद, दूसरे हाफ में भी बायर्न ने मैच पर अपना दबदबा बनाए रखा और फ्रैंकफर्ट को गोल करने का मौका नहीं दिया।
लेवांडोवस्की ने 54वें मिनट में तीसरा गोल दागने के साथ अपनी हैट्रिक पूरी की। टीम के लिए बाकी दो गोल 63वें मिनट में कोमान और 85वें मिनट में एलसेंट्रा ने किए, जिसके साथ ही बायर्न ने 5-0 से जीत हासिल कर जर्मन सुपर कप का खिताब अपने नाम किया।
बार्सिलोना ने जीता स्पेनिश सुपर कप खिताब
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
टेंजीर (मोरक्को)। एफसी बार्सिलोना ने एक रोमांचक मुकाबले में सेविला को
2-1 से हराकर स्पेनिश सुपर कप का खिताब अपने नाम किया। समाचार एजेंसी
सिन्हुआ के अनुसार, रविवार को बार्सिलोना की इस जीत में गोलकीपर
मार्क-आंद्रे टेर स्टेगन ने अहम योगदान। उन्होंने आखिरी मिनट में पेनल्टी
किक बचाकर अपनी टीम को जीत तक पहुंचाया। बार्सिलोना ने मैच की शुरुआत से ही
अपना स्वाभाविक खेले खेला और अधिक समय तक गेंद पर नियंत्रण बनाए रखा।
हालांकि, सेविला शुरुआती बढ़त बनाने में कामयाब रही, नौवें मिनट में पाब्लो
साराबिया मैच का पहला गोल करने में कामयाब हुए। एक गोल से पिछडऩे के बाद
भी बार्सिलोना ने संयम नहीं खोया और अपना स्वाभाविक खेल जारी रखा। 42वें
मिनट डिफेंडर जेरार्ड पीके ने अपनी टीम के लिए बराबरी का गोल दागा। दूसरे
हाफ में भी दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। युवा फॉरवर्ड
ओउसमान डेम्बेले ने 78वें मिनट में बार्सिलोना के लिए दूसरा गोल किया।
दूसरे गोल के बाद प्रशंसकों को लगा कि उनकी टीम आसानी से खिताब पर कब्जा कर
लेगी लेकिन अंतिम क्षणों में सेविला को पेनल्टी किक मिली। हालांकि, टेर
स्टेगन ने बेन येडर के प्रयास पर शानदार बचाव किया और अपनी टीम की जीत
सुनिश्चित की।
ये भी पढ़ें - शनाका ने गेंदबाजी नहीं बल्लेबाजी में किया कमाल, श्रीलंका जीता