जानें, जम्मू एवं कश्मीर की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल के हर पहलु के बारे में

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 11 अगस्त 2018, 5:53 PM (IST)

श्रीनगर। न्यायमूर्ति गीता मित्तल जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाल लिया है। वे अपने कार्यकाल में महिलाओं की आवाज को बुलंंद की। उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायाधीश रहते हुए महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए और सरकार की नीतियों पर सवालियां निशान लगाया।

उनकी सादगी इस बात से पता चलती है कि एक सितम्बर, 2017 को ऑटो रिक्शे में बैठकर राष्ट्रीय राजधानी के जिला न्यायालयों का निरीक्षण करने पहुंच गई।


दिल्ली में प्राप्त की शिक्षा-

दिल्ली शहर में जन्मी गीता मित्तल ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई इरविन हायर सेकेंडरी स्कूल से प्राप्त की। गीता मित्तल ने 1978 में श्रीराम महिला कॉलेज में स्नातक किया, इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस ला सेंटर से 1981 में उन्होंने एलएलबी की। कई वर्षों तक उच्च न्यायालय में वकालत करने के बाद साल 2004 में दिल्ली उच्च न्यायालय की अतिरिक्त जज नियुक्त की गईं। गीता मित्तल दिल्ली उच्च न्यायालय में रहते हुए कई अहम विषयों पर अच्छे फैसले दे दिए हैं।

स्थायी जज बनाई गईं-

20 फरवरी , 2006 को वे स्थायी जज बनाई गईं। न्यायाधीश रहते उन्होंने कई खंडपीठ को हेड किया। वह मृत्युदंड, सहकारिता, आम्र्ड फोर्स, कंपनी अपील, रिट याचिका, एलपीए आदि विभिन्न मामलों की भी सुनवाई कर चुकी हैं। 2008 से वे नेशनल ला यूनिवर्सिटी दिल्ली की गवर्निंग काउंसिल की सदस्य बनाई हैं। वे 2013 में इंडियन ला संस्थान की सदस्य बनाई गईं। वे महिलाओं से यौन उत्पीडऩ को लेकर बनाई जाने वाली कमेटी, न्यायिक अधिकारियों के वेलफेयर के लिए बनाई गई कमेटियों का हिस्सा रहीं हैं।

न्यायमूर्ति गीता मित्तल ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ लेने से पहले, अदालत के रजिस्टार जनरल ने मित्तल की नियुक्ति के सम्बंध में वारंट को पढ़ा।

उसके बाद उन्हें यहां राजभवन में एक समारोह में राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मित्तल जम्मू एवं कश्मीर की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक व उमर अब्दुल्ला, राज्यपाल के सलाहकार, मौजूदा और पूर्व न्यायाधीश, मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम, पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद्य उपस्थित थे।


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न्यायमूर्ति गीता मित्तल ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ लेने से पहले, अदालत के रजिस्टार जनरल ने मित्तल की नियुक्ति के सम्बंध में वारंट को पढ़ा।

उसके बाद उन्हें यहां राजभवन में एक समारोह में राज्यपाल एन.एन. वोहरा ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मित्तल जम्मू एवं कश्मीर की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश हैं। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक व उमर अब्दुल्ला, राज्यपाल के सलाहकार, मौजूदा और पूर्व न्यायाधीश, मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम, पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद्य उपस्थित थे।

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