IIT बॉम्बे में PM मोदी बोले, तकनीक से राष्ट्र निर्माण को नई दिशा मिल रही है

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 11 अगस्त 2018, 12:40 PM (IST)

मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे के 56वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा है कि पूरा देश आईटीआई छात्रों से प्रेरणा लेता है और विदेश में भी हमारे छात्र सफल हैं। छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने ये भी कहा है कि असली चुनौती बाहर आपका इंतजार कर रही है।

उन्होंने कहा कि हम आज सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे है। पीएम मोदी ने कहा कि तकनीक के जरिए राष्ट्र निर्माण को नई दिशा मिल रही है। बीते 6 दशकों की निरंतर कोशिशों का ही परिणाम है कि आईआईटी बॉम्बे ने देश के चुनिंदा संस्थानों में अपनी जगह बनाई है। प्रधानमंत्री ने आईआईटी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां के छात्रों ने देश में सबसे अच्छे स्टार्टअप शुरू किए। यहां के छात्र भारत की विविधता को बयां करते हैं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आईआईटी को एक नई संज्ञा भी दी। उन्होंने कहा, आईआईटी को देश और दुनिया इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रूप में जानती है, लेकिन आज हमारे लिए इनकी परिभाषा थोड़ी बदल गई है। ये सिर्फ टेक्नोलॉजी की पढ़ाई से जुड़े स्थान भर नहीं रह गए हैं, बल्कि आईआईटी आज इंडियाज इंस्ट्रूमेंट और ट्रांसफोर्मेशन बन गए हैं।

इससे आगे पीएम मोदी ने कहा, मेरा आप सभी से भी इतना ही आग्रह है कि अपनी असफलता की उलझन को मन से निकालें और आकांक्षाओं पर फोकस करें। ऊंचे लक्ष्य, ऊंची सोच आपको अधिक प्रेरित करेगी, उलझन आपके टैलेंट को सीमाओं में बांध देगी। पीएम ने कहा कि सिर्फ आकांक्षाएं होना ही काफी नहीं है, लक्ष्य भी अहम होता है।

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पीएम मोदी ने स्टार्ट अप योजना का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया, स्टार्ट अप की जिस क्रांति की तरफ देश आगे बढ़ रहा है, उसका एक बहुत बड़ा माध्यम हमारे आईआईटी हैं। आज दुनिया आईआईटी को यूनीकॉर्न स्टार्ट अप्स की नर्सरी तक मान रही है। ये एक प्रकार से तकनीक के दर्पण हैं, जिसमें दुनिया को भविष्य नजर आता है।

पासआउट हो रहे छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज जो डिग्री आपको मिली है, ये आपके निष्ठा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। याद रखिए कि ये सिर्फ एक पड़ाव भर है, असली चुनौती आपका बाहर इंतजार कर रही है। आपने आज तक जो हासिल किया और आगे जो करने जा रहे हैं, उससे आपकी अपनी, आपके परिवार की, 125 करोड़ देशवासियों की उम्मीदें जुड़ी हैं।

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