जयपुर। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से शुक्रवार को जयपुर के
मैरियट होटल में आईटी ऑफिसर्स की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की
गई। इसमें राजस्थान के सभी 33 जिलों से आए प्रोग्रामर, एसीपी, डीआईओ,
एडीआईओ आदि आईटी ऑफिसर्स ने हिस्सा लिया।
भारत
निर्वाचन आयोग के सूचना एवं संचार विभाग के निदेशक कुशल पाठक ने सभी
प्रशिक्षणार्थियों को चुनाव के दौरान प्रयोग में आने वाली विभिन्न
एप्लीकेशन, वेबसाइट और तकनीक के बारे में प्रशिक्षण दिया।
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उन्होंने
बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए वेब कास्टिंग का महत्व बहुत
ज्यादा है। उन्होंने वेब कास्टिंग के तौर तरीकों के बारे में विस्तार से
समझाया। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग स्वयं वेबकास्टिंग
की मॉनिटरिंग करता है। आयोग ने वेबकास्टिंग के लिए एक विस्तृत गाइडलाइन
जारी की है। यह एक टेक्निकल डॉक्यूमेंट है। इसे आधार बनाते हुए वेबकास्टिंग
सरलता से की जा सकती है। उन्होंने नेटवर्क सेटअप, नेटवर्क की मैपिंग,
कैमरे की लोकेशन और ट्रांसमिशन मॉनिटरिंग के बारे में भी विस्तार से
प्रतिभागियों को समझाया। इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए टेक्निकल पर्सन्स
ने वेबकास्टिंग के बारे में अपने अनुभव, विचार और सुझाव साझा किए।
पाठक ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार किए गए सी-विजिल एप के बारे में
भी विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि सीविजिल मोबाइल एप्लीकेशन की मदद
से कोई भी व्यक्ति आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट कर सकता है।
इसकी मदद से तुरंत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर एक्शन लिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि जिस राज्य में चुनाव होते हैं, वहीं यह एप्लीकेशन काम
कर पाती है। यह एप्लीकेशन चुनाव की घोषणा के समय से ही शुरू हो जाती है।
गौरतलब है कि राजस्थान पहला ऐसा राज्य है जहां चुनाव में सी-विजिल एप को
पायलेट बेसिस पर पहली बार इस्तेमाल किया जाएगा।
प्रशिक्षण
कार्यशाला के अंतर्गत चुनाव में काम आने वाली विभिन्न तकनीकों और नई
सूचनाओं के बारे में प्रशिक्षणार्थियों को गहन जानकारी दी गई। कार्यशाला
में सुविधा, नेशनल ग्रिविएंसेज सर्विसेज पोर्टल, इलेक्शन डैशबोर्ड
मॉनिटरिंग सिस्टम की बारीकियों से प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया गया।
साथ ही डेटा एंट्री, ई-रोल आदि के बारे में आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए।
कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया
गया।
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