पीडीएस से मिलने वाले राशन में हर महीने दो लीटर सरसों का तेल मिलेगा

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 08 अगस्त 2018, 9:50 PM (IST)

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने पहली सितंबर, 2018 से सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से प्रति परिवार प्रति माह दो लीटर पोषक तत्वों से युक्त सरसों का तेल वितरित करने का निर्णय लिया है। आरंभ में इस योजना के तहत जिला अंबाला और करनाल को कवर किया जाएगा। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि नवंबर, 2018 से हैफेड के माध्यम से खुले बाजार में केवल पोषक तत्वों से युक्त खाद्य तेल ही उपलब्ध हो।


नीति आयोग, नई दिल्ली के सदस्य डॉ. विनोद कुमार पॉल को लिखे गए एक पत्र में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि राज्य सरकार अपने नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी स्थिति में सुधार करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी की समस्या को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने पोषण के तहत प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मार्च, 2017 से सार्वजनिक वितरण प्रणाली(पीडीएस) के तहत और जून,2017 से समेकित बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत अंबाला जिले के दो खंडों में पोषक तत्वों से युक्त गेहूं के आटे के वितरण की एक पायलट परियोजना शुरू की है। इसकी सफलता से उत्साहित होकर हमने पीडीएस और आईसीडीएस के तहत सितंबर, 2018 से दो जिलों नामत: अंबाला और करनाल में इस परियोजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है। दिसंबर, 2018 तक इसे पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि 2016 से राज्य के सभी छ: दूध संयंत्रों में दूध को विटामिन ए और डी2 जैसे पोषक तत्वों से युक्त किया जा रहा है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मानकों के अनुसार दूध को पोषक तत्वों से युक्त किया जा रहा है और राज्य को हाल ही में इसके लिए एफ+लोगो के साथ मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की समेकित बाल विकास योजना ने 2016 से करनाल जिले में पंजीरी (आयरन, विटामिन बी12 और फोलिक एसिड) को पोषक तत्वों से युक्त करना शुरू कर दिया है। राज्य भर में आईसीडीएस और मिड-डे-मील के तहत डबल फोर्टिफाइड नमक के इस्तेमाल को अनिवार्य किया गया है।

इसके अलावा, आईसीडीएस के तहत पांच जिलों नामत:यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अंबाला, करनाल और गुरुग्राम में पोषक तत्वों से युक्त खाद्य तेल (कोटन-सीड और सोयाबीन) का उपयोग किया जा रहा है। सितंबर, 2018 तक सभी शेष जिलों में इसका उपयोग शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, हाल ही में मिड-डे-मील में केवल पोषक तत्वों से युक्त खाद्य तेल का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया गया है।

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