नई दिल्ली। बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड पर मचा सियासी घमासान अब दिल्ली तक पहुंच चुका है। मुजफ्फरपुर रेप कांड को लेकर शनिवार को आरेजडी दिल्ली के जंतर मंतर नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ धरना देने के साथ ही कैंडल मार्च कर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
तेजस्वी यादव ने जंतर-मंतर पर सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट होकर 2019 में बीजेपी को हराने की अपील की। तेजस्वी ने दावा कि बीजेपी यदि सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जाएं तो बीजेपी सत्ता में वापस नहीं लौट पाएगी।
हालांकि तेजस्वी यादव ने कहा कि वह यहां राजनीति करने नहीं आए हैं। लेकिन धरने के मंच पर जिस तरह की तस्वीर दिखी वह नीतीश कुमार को आगाह कर रही थी।
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तेजस्वी यादव के अनुरोध पर जिस तरह से लगभग सभी विपक्षी दल के बड़े नेताओं
ने तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा किया। यह आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर
विपक्ष एकजुटता की ही तस्वीर दिख रही थी। तेजस्वी यादव के साथ जिस तरह से
सभी बड़े नेता खड़े थे। यह पहली बार है जब तेजस्वी बिहार से बाहर देश की
राजधानी दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस धरने से तेजस्वी
यादव ने यह भी साबित किया कि उन्हें कम न आंका जाए।
वहीं, नीतीश कुमार को
भी शायद यह भी संदेश दिया गया कि उनके लिए अगला विधानसभा चुनाव आसान नहीं
होगा। तेजस्वी यादव ने जंतर-मंतर पर महागठबंधन को एकजुट करने का काम किया
है. यहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, सीतारामयेचुरी,
शरद यादव समेत कई बड़े नेता दिखे। लेकिन मायावती और ममता बनर्जी इस धरने
में शामिल नहीं होने से यह दिखा कि महागठबंधन अधूरा ही है।
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