4 लाख 15 हजार 360 किसानों को अब तक हुआ 4730 करोड़ का भुगतान

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 04 अगस्त 2018, 9:16 PM (IST)

जयपुर। सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने शनिवार को बताया कि समर्थन मूल्य पर 23 जून तक सरसों एवं चना का बेचान करने वाले 33 हजार 563 किसानों को 407 करोड़ 6 लाख रुपए का भुगतान सीधे उनके पंजीकृत बैंक खातों में किया गया है। उन्होंने बताया कि भुगतान से शेष 17 हजार 938 किसानों के बैंक खातों में शीघ्र ही भुगतान राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की जा रही है।

किलक ने बताया कि खरीफ सीजन में प्रदेश 4 लाख 33 हजार 669 रिकॉर्ड किसानों से 4 हजार 961 करोड़ 62 लाख रुपए मूल्य की सरसों, चना, गेहूं एवं लहसुन की खरीद की गई थी, जो एक कीर्तिमान है। उन्होंने बताया कि 3 अगस्त तक 4 लाख 15 हजार 360 किसानों को उनकी उपज के बेचान पेटे 4 हजार 730 करोड़ 96 लाख रुपए का भुगतान उनके पंजीकृत बैंक खातों में करवाया जा चुका है।

23 जून तक उपज बेचने वालों को हुआ भुगतान





ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

प्रमुख शासन सचिव सहकारिता अभय कुमार ने बताया कि खरीफ सीजन-2018 में राजफैड द्वारा नैफेड के लिए समर्थन मूल्य पर सरसों, चना एवं गेहूं तथा बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन की खरीद की गई थी। उन्होंने बताया कि गेहूं एवं लहसुन का बेचान करने वाले सभी किसानों को भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 23 जून, 2018 तक उपज का बेचान करने वाले किसानों को भुगतान करवाया जा चुका है। सरसों के 1 हजार 477 एवं चना के 16 हजार 461 शेष किसानों को शीघ्र भुगतान करवाने के लिये नैफेड से राशि प्राप्त करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

चना की 265 करोड़ एवं सरसों की 142 करोड़ की राशि खातों में जमा


ये भी पढ़ें - यहां एक मुस्लिम ने दी थी गायों की रक्षा में जान

राजफैड की प्रबंध निदेशक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि नैफेड से हाल ही प्राप्त राशि से सरसों का बेचान करने वाले 12 हजार 44 किसानों को 142.05 करोड़ रुपए का तथा चना बेचान करने वाले 21 हजार 519 किसानों को 265.01 करोड़ रुपए का भुगतान करवाया गया है। उन्होंने बताया कि नैफेड द्वारा जैसे-जैसे भुगतान राशि जारी की जा रही है, उसे तत्काल संबंधित किसानों के खातों में उनके द्वारा बेचान की गई उपज की राशि के अनुरूप ऑनलाइन जमा किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें - जेल जाने से बचाती हैं यह माता! चढ़ाते हैं हथकड़ी