नई
दिल्ली। असम में जारी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स यानि (एनआरसी) पर हंगामा
बरपा हुआ है। सडक़ से लेकर संसद तक विपक्षी दल इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे
हैं। राज्यसभा में पिछले तीन दिन से इस मुद्दे पर हंगामा हो रहा है। इस मुद्दे पर
बीजेपी सांसद परेश रावल ने विपक्ष पर तंज किया है। परेश रावल ने ट्विट पर
तंज करते हुए लिखा कि 2019 का पहला रुझान आ गया है, ‘विपक्ष 40 लाख वोटों
से पीछे चल रहा है।’ बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी
एनआरसी का विरोध कर रही है। ममता ने बीजेपी पर एनआरसी के जरिए वोट बैंक की
पॉलीटिक्स का आरोप भी लगाया है।
उनके इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। महेंद्र नाम के यूजर ने लिखा, 'कम से कम 2 करोड़ वोट तो होंगे ही विपक्ष के पास बंग्लादेश+पाकिस्तान+रोहिंग्या घुसपैठियों को मिलाकर।' सौरभ सिंह नाम के यूजर ने लिखा, '40 लाख लोग कहां जाएंगे, बड़ी चिंता है। 5 लाख कश्मीरी पंडित कहां गए, किसी को चिंता नहीं। क्यों सही कहा न? परेश रावल जी।'
एनआरसी पर चुनाव आयोग ने क्या कहा...
आम
चुनावों के लिए चुनाव आयोग को 4 जनवरी 2019 तक अपनी वोटर लिस्ट तैयार करनी
होगी और उसी लिस्ट के आधार पर तय होगा कि कौन सा मतदाता आगामी लोकसभा
चुनावों के लिए मतदान कर सकेगा या नहीं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने साफ किया
एनआरसी की इस ड्राफ्ट रिपोर्ट का वोटर लिस्ट के ऊपर कोई असर नहीं पड़ेगा।
अगर फाइनल रिपोर्ट भी आ जाती है और किसी का नाम एनआरसी में नहीं होता तब भी
ऐसा नहीं है कि उस शख्स का नाम वोटर लिस्ट से यूं ही काट दिया जाएगा। उसके
बाद भी चुनाव आयोग अपनी जांच करेगा कि क्या वाकई में वह शख्स देश का
नागरिक है या नहीं।
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