उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंदजी की जयंती मनाई

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 01 अगस्त 2018, 3:51 PM (IST)

भरतपुर। श्री हिंदी साहित्य समिति के सभागार में हिंदी जगत में उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंदजी की जयंती रामलीला समिति के अध्यक्ष बृजेश कौशिक की अध्यक्षता में मनाई गई। श्री हिन्दी साहित्य समिति के अध्यक्ष मोहन बल्लभ शर्मा विशेष अतिथि थे।

कार्यक्रम का शुभारंभ कवि द्वारिका पाराशर ने सरस्वती वंदना कर किया। बाल कवि युवराज पुरोहित ने अपनी रचना ‘गाय को क्यों दुत्कार दिया जाता है’ पढ़ी। कवि लोकेश शर्मा ने ‘लोग जो मौत से डर जाते हैं, वक्त से पहले गुजर जाते हैं’ सुनाकर वाहवाही लूटी। युवा कवयित्री प्रियंका पुरोहित की रचना ‘फिर क्यों कहते हैं सब मैं मुसलमान हूं’ में भारत की साझा संस्कृति से मुंशी प्रेमचंद को याद किया। कवि द्वारिका पाराशर की गजल का शेर इस प्रकार था ‘छल कपट और क्लेश से तू दूर रहना द्वारिका, न कोई अपने यहां न कोई बेगाना है’। इनके अलावा कवि अशोक शर्मा, युवा रचनाकार अभिषेक योगी, कवि सुनील कुमार, कवि सुघड़ सिंह सुग्गा ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं।
अध्यक्ष बृजेश कौशिक ने प्रेमचंद जी साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ‘मुंशी प्रेमचंद ने दवे-कुचले वर्ग के लोगों का यथार्थ चित्रण करके अपने साहित्य के माध्यम से उन्हें अमर कर दिया’। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी ने मुंशीजी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन रामबाबू शुक्ल ने किया।


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