नई दिल्ली। भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कोच मेमोल रॉकी का कहना है कि परिणामों से अधिक अनुभव की सीख मायने रखती है। महिला फुटबॉल टीम ने कोटिफ टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले 30 जुलाई को स्पेन के क्लब अल्जीरा के खिलाफ 3-1 से जीत हासिल की थी। मेमोल ने कहा कि खिलाड़ी काफी रोमांचित हैं और वे अधिक से अधिक अवसरों को हासिल करने के लिए तैयार हैं।
जैसे कि मैंने पहले भी कहा था इस प्रकार के दौरों में परिणाम से अधिक अनुभव मायने रखता है। भविष्य में हमारे पास फोर नेशन्स टूर्नामेंट और दक्षिण एशियाई खेल हैं। ऐसे में स्पेन से मिला अनुभव हमारी बेहद मदद करेगा। यह पहली बार हो रहा है, जब भारतीय महिला खिलाडिय़ों को यूरोप के दौरे का मौका मिला है, जहां उन्होंने यूरोपीय क्लबों और राष्ट्रीय टीमों के साथ मैच खेले हैं।
मेमोल ने कहा कि इस प्रकार के दौरों से न केवल खिलाडिय़ों, बल्कि समर्थक स्टाफ को भी अनुभव मिलता है। इस अवसर के लिए कोच मेमोल ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ-साथ भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का शुक्रिया अदा किया।
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गुरप्रीत पाजी ने मुश्किल समय में मेरी मदद की : थापा
नई दिल्ली। भारतीय
फुटबॉल टीम के युवा मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा ने कहा है कि एक अच्छा
खिलाड़ी बनने के लिए गुरप्रीत सिंह संधु ने मुश्किल परिस्थितियों में उनकी
काफी मदद की। थापा ने एआईएफएफ से कहा, एक बच्चे के रूप में, मैं बड़े
खिलाडिय़ों के साथ खेलना चाहता था जो गंभीरता से खेल रहे थे जबकि मेरे लिए
यह सिर्फ एक मजेदार खेल था और कुछ नहीं। उन दिनों मुझे धमकाया जाता था
क्योंकि मैं उनके जितना बड़ा नहीं था। लेकिन, मैंने हार नहीं मानी और
आखिरकार मैं वहां पहुंचा जहां आज मैं हूं।
20 साल के युवा खिलाड़ी ने कहा,
मेरा बड़ा भाई एक इंजीनियर है, लेकिन उसकी तुलना में मैं पढ़ाई में ज्यादा
होशियार नहीं था। मैं खुद को फुटबॉल की ओर लेकर आया और मेरे पिता ने मुझे
अपने सपने को आगे बढ़ाने के लिए मेरा समर्थन किया। वे मुझे विभिन्न शिविरों
में लेकर जाते थे और आखिरकार मैं एआईएफएफ अकादमी में आया जहां मैंने अपने
फुटबॉल कौशल को निखारना शुरू किया।
थापा ने कहा कि मुंबई में हीरो
इंटरकोंटिनेंटल कप में खेलना उनके लिए सपने सच होने जैसा है। उन्होंने कहा
कि वह इसके लिए सीनियर खिलाडिय़ों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने उनका
समर्थन किया। मिडफील्डर ने कहा, इंटरकोंटिनेंटल कप वह कप था जहां से मैंने
सीनियर खिलाडिय़ों के साथ खेलना शुरू किया और यह मेरे लिए सपने सच होने से
कम नहीं था। पूरे टूर्नामेंट के दौरान सीनियर खिलाडिय़ों ने मेरी मदद की और
मुझे उन लोगों से बहुत कुछ सीखने को मिला।
थापा ने गुरप्रीत सिंह संधु का
विशेष शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि एक अच्छा खिलाड़ी बनने में उन्होंने कई
अवसरों पर उनकी बहुत मदद की। उन्होंने कहा, गुरप्रीत पाजी ने कई अवसरों पर
मेरी बहुत मदद की। भारत बांग्लादेश में होने वाले सैफ कप मुकाबले में पांच
सितम्बर को श्रीलंका से भिड़ेगा।
उत्तराखंड के रहने वाले थापा ने कहा, सैफ
एक ऐसा टूर्नामेंट जहां हम आम तौर पर सफल रहे हैं। हम बांग्लादेश खिताब के
साथ आएं या ना, यह तो समय पर निर्भर करता है। लेकिन हम आश्वस्त कर सकते
हैं कि हम बिना किसी लड़ाई के वहां से नहीं आएंगे और मैदान पर अपना 100
प्रतिशत देंगे।
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