भरतपुर। पिछले दिनों से हो रही बरसात की वजह से शहर में जलभराव की स्थिति शुक्रवार को भी बनी रही। हालांकि दिन में शुक्रवार को बरसात मात्र 2.2 एमएम होने से लोगों को राहत मिली।
शहर में जमा हुए जलस्तर में कमी आई है, लेकिन पानी की वजह से लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त रही है। प्रशासन को कॉलोनियों में पानी निकासी के प्रयास के लिए डीजल पंप लगाने पड़े। पिछले 48 घंटों में 10 इंच बरसात शहरी क्षेत्र में हुई है, जो कि एक रिकॉर्ड है, इसकी वजह से शहर में जलप्लावन के हालात बने। शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर अवकाश होने की वजह से जिला कलेक्ट्रेट में चहल-पहल कम रही। हालांकि कलेक्ट्रेट परिसर में पानी भरा हुआ है। शनिवार एवं रविवार का भी अवकाश होने की वजह से आम लोगों का आना जाना कम रहेगा। नगर निगम एवं यूआईटी द्वारा पानी निकालने के लिए पंप लगाने के बावजूद शहर की कॉलोनियां अभी भी जलमग्न हैं।
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जवाहर नगर, विश्वप्रिय शास्त्री पार्क, राजेन्द्र नगर, खादी कॉलोनी,
रूधिया नगर, गीता कॉलोनी, ब्रज नगर सहित दर्जनों कॉलोनियों में अभी भी पानी
भरा हुआ है। शुक्रवार को सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए। दिन भर बादल छाए
रहे, लेकिन बरसात नहीं होने से प्रशासन एवं लोगों ने राहत महसूस की।
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मौसम
विभाग के अनुसार शहरी क्षेत्र में 24 घंटे में 113 एमएम बरसात हुई है।
जिसमें दिन में शुक्रवार को 2.2 एमएम बरसात हुई है। मौसम विभाग द्वारा दी
गई सूचना के अनुसार कुम्हेर में 51, नदबई में 26, डीग में 49, भुसावर में
85, नगर में 32, कामां में 68, पहाड़ी में 51, बयाना में 18, रूपवास में 13
एवं वैर में 18 एमएम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 48
घंटों में भी तेज बरसात के आसार हैं।
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