सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण :सूतक काल में बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 27 जुलाई 2018, 5:19 PM (IST)

नई दिल्ली। सदी के सबसे बड़े चंद्र ग्रहण का सूतक लग गया है। शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से सूतक काल शुरू हुआ। उत्तराखंड बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार सुबह तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। शुक्रवार को दोपहर भाग के बाद सायंकालीन पूजा आरती की गई, जिसके बाद बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हो गए है। सूतक काल 28 जुलाई को रात्रि 03:49 बजे तक तक रहेगा। शुक्रवार रात सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण लगने वाला है। चंद्र ग्रहण रात 11.54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3.49 तक रहेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। इसकी अवधि 3 घंटे 55 मिनट तक है।

श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के एक पदाधिकारी ने बताया था कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल से पहले 27 जुलाई को श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट दिन में 12 बजकर 30 मिनट एवं श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट दिन में 2 बजकर 54 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे।

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ये रखें सावधानियां ::::::::

- ग्रहण के समय देव पूजा को भी निषिद्ध बताया गया है। इसी कारण ग्रहण के 12 घंटे से पूर्व ही सूतक लगने के कारण मंदिरों के पट भी बंद कर दिए जाते है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक समय को आमतौर पर अशुभ मुहूर्त समय माना जाता है। इसे ऐसा समय कहा जा सकता है, जिसमें शुभ कार्य करने वर्जित होते है। सूतक ग्रहण समाप्ति के बाद धर्म स्थलों को फिर से पवित्र किया जाता है।
- सूतक के समय भोजन नहीं करना चाहिए। जल का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ग्रहण से पहले ही जिस पात्र में पीने का पानी रखते हों उसमें कुशा और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए।

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-    ग्रहण के बाद पीने के पानी को बदल लेना चाहिए। अनेक वैज्ञानिक शोधों से भी यह सिद्ध हो चुका है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत शिथिल हो जाती है। ऐसे में यदि उनके पेट में दूषित अन्न या पानी चला जाएगा तो उनके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
-    चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया आदि से विशेष रूप से बचना चाहिए।

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