ब्रिक्स सम्मेलन : चीनी राष्ट्रपति से मिले PM मोदी, नए रिश्तों पर दिया जोर

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 27 जुलाई 2018, 08:45 AM (IST)

जोहानिसबर्ग। ब्रिक्स का 10वां शिखर सम्मेलन गुरुवार को यहां शुरू हो गया। इसमें अफ्रीका में औद्योगिक क्षमता को बढ़ाने के लिए भागीदारी को बेहतर करने का आह्वान किया गया। ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका शामिल है। ब्रिक्स सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चार महीने में ये चौथी मुलाकात थी। इस दौरान पीएम मोदी ने नए संबंधों की रफ्तार बनाए रखने पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए ब्रिक्स देशों के साथ काम करना चाहता है। उन्होंने इस क्षेत्र में बेहतर तरीकों और नीतियों को आपस में साझा किए जाने का भी आह्वान किया। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिये यहां पहुंचे मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवप्रवर्तन से सेवाओं की आपूर्ति बेहतर हो सकती है और उत्पादकता का स्तर बढ़ सकता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत चौथी औद्योगिक क्रांति के क्षेत्र में ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर काम करना चाहता है और सभी देशों को इस संदर्भ में इस क्षेत्र में बेहतर तौरतरीकों और नीतियों को साझा करने का आह्वान किया।’

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पीएम मोदी ने कहा, ‘कानून के अनुपालन के साथ प्रौद्योगिकी के जरिये सामाजिक सुरक्षा और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सीधे भुगतान इसका एक उदाहरण है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति का पूंजी के मुकाबले अधिक महत्व होगा।

उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में रोजगार के लिए अधिक कौशल की जरूरत होगी, साथ ही रोजगार का स्वरूप अस्थायी होगा। इसी तरह औद्योगिक उत्पादन, डिजाइन और विनिर्माण प्रक्रिया में आमूल-चूल बदलाव होगा।’

ब्रिक्स देशों ने किया आतंकवाद से निपटने का आह्वान...

वहीं, ब्रिक्स देशों ने आतंकवाद से निपटने के लिए एक समग्र रूख का आह्वान कियास जिसमें कट्टरपंथ से निपटना, आतंकवादियों के वित्त पोषण के माध्यमों को अवरूद्ध करना, आतंकी शिविरों को तबाह करना और आतंकी संगठनों द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग को रोकना शामिल हों।
पांच देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के समूह ने कहा कि आतंकी कृत्यों को अंजाम देने, उनके साजिशकर्ताओं या उनमें मदद देने वालों को निश्चित रूप से जवाबदेह ठहराया जाए। समूह ने अपने घोषणापत्र में कहा, ‘हम सभी राष्ट्रों से आतंकवाद से लडऩे के लिए एक समग्र रूख अपनाने का आह्वान करते हैं जिसमें कट्टरपंथ, विदेशी आतंकी लड़ाकों की भर्ती, आतंकवादियों के वित्तपोषण के स्रोतों और माध्यमों को अवरूद्ध करना, आतंकी शिविरों को तबाह करना और उनके द्वारा इंटरनेट के दुरूपयोग से निपटना शामिल हो।’

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पीएम मोदी और ब्रिक्स में शामिल अन्य देशों के शासनाध्यक्षों ने दक्षिण अफ्रीका के मारोपेंग में मशहूर ‘क्रेडल ऑफ ह्यूमनकाइंड ’ (मानव जाति का पालना) की सैर के दौरान चिकनी मिट्टी पर अपने हाथ के छाप छोड़े। मारोपेंग विजिटर सेंटर विटवॉटर्सबर्ग और मगालिसबर्ग पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित पुरस्कार विजेता स्थल है और जोहानिसबर्ग और प्रिटोरिया से सिर्फ एक घंटे की दूरी पर है। यह ‘क्रेडल ऑफ ह्यूमनकाइंड’ का आधिकारिक पर्यटन केंद्र है।

यह दक्षिण अफ्रीका के आठ विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है और दुनिया का प्रमुख पर्यटन स्थल है। दक्षिण अफ्रीका 25 से 27 जुलाई तक ब्रिक्स के सालाना शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।

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