भरतपुर। सेवर स्थित नारी निकेतन से दो युवतियां फरार हो गईं। युवतियों के भागने की सूचना लगते ही नारी निकेतन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही सेवर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। बाल सुधार गृह, नारी निकेतन से नाबालिग बच्चों के भागने की एक पखवाड़े में यह दूसरी घटना है। सुरक्षा व्यवस्थाओं के अभाव के कारण ऐसी घटनाएं होना माना जा रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में दोषी कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
सेवर थाना पुलिस के मुताबिक दोनों युवतियों के परिजनों ने थाने में उनकी पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला युवकों के खिलाफ दर्ज कराया था। इस पर सेवर पुलिस ने दोनों युवतियों को गत 16 और 22 जुलाई को दस्तयाब कर उनके बयान करा नारी निकेतन के सुपुर्द कर दिया। देर रात्रि दोनों युवतियां नारी निकेतन की छत के रास्ते से चारदीवारी कूद कर भाग निकली। घटना की सूचना पर नारी निकेतन अधीक्षक सरिता दुबे और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। युवतियों के फरार होने कारणों का पता नहीं लग पाया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बाल सुधार गृह से 12 बच्चों के खिड़की तोड़ भागने का मामला सामने आया था। पुलिस उस मामले की गुत्थी को सुलझा नहीं पाई थी कि नारी निकेतन से दो युवतियों के भागने का मामला सामने आया। यहां आए दिन होने वाली इस तरह की घटनाएं यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर एक सवानिया निशान है।
सुरक्षा के अभाव में भागी युवतियां
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स्थानीय लोगों का कहना है कि बाल सुधार गृह और नारी निकेतन में होने वाली
इस तरह की घटनाओं का मुख्य कारण है यहां की सुरक्षा व्यवस्था। बताया गया है
कि यहां शाम होते ही नारी निकेतन का सरकारी स्टॉफ अपनी ड्यूटी पूरी कर घर
चला जाता है और कुछ कर्मचारी यहा रह जाते हैं।
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हालांकि इन व्यवस्थाओं के
बारे में यहां की अधीक्षक सहित संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया गया है,
लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
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