महाराष्ट्र में शिवसेना से अलग हुई बीजेपी! अमित शाह ने दिए ये संकेत...

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 23 जुलाई 2018, 6:54 PM (IST)

मुंबई। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में करीब 25 साल पुराने एनडीए और शिवसेना का गठबंधन टूटना लगभग तय हो गया है। बीजेपी के बाद शिवसेना ने सोमवार को ऐलान किया कि वह 2019 में होने वाला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। शिवसेना ने कहा कि 25 साल से वे इस गठबंधन में सड़ रहे थे। बता दे, महाराष्ट्र और केंद्र में बीजेपी और शिवसेना मिलकर सरकार चला रहे हैं। शिवसेना ने भले ही गठबंधन से अलग होने की बात कही है, लेकिन अभी तक दोनों सरकारों में उसके नेता मंत्री परिषद का हिस्सा हैं।

पहले बीजेपी का समर्थन किया, अब और नहीं...

उद्धव ने कहा कि शिवसेना ने पहले कई मौकों पर बीजेपी का समर्थन किया, लेकिन अब और नहीं। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से खुद को दूर रखने की पहल के बाद बीजेपी की अपनी सहयोगी पार्टी से मतभेद की बात जगजाहिर हो चुकी है। वहीं, शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बीच तुलना करते राहुल गांधी की तारीफ की।

अविश्वास प्रस्ताव पर भी शिवसेना ने नहीं दिया साथ...

उल्लेखनीय है कि संसद में मॉनसून सत्र कें दौरान विपक्षी दलों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर भी शिवसेना ने सरकार का साथ नहीं दिया, बल्कि सदन की बहस में भी हिस्सा नहीं लिया था। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शिवसेना ने पहले तो प्रस्ताव के विरोध में वोट करने के लिए व्हिप जारी किया था लेकिन बाद में व्हिप वापस ले लिया था। इतना ही नहीं शिवसेना नेताओं ने संसद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण की भी जमकर तारीफ की थी। शिवसेना के इस कदम से बीजेपी नाराज है।

शिवसेना और बीजेपी लंबे समय से एक साथ...

मालूम हो कि शिवसेना और बीजेपी लंबे समय से एक साथ हैं। हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दोनों दलों में ठकराव शुरू हो गया था। इसी कारण दोनों विधानसभा चुनाव में अलग-अलग उतरे थे। बता दे, महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं और विधानसभा की 288 सीटें हैं और दोनों ही जगहों पर शिवसेना और बीजेपी के बीच तालमेल है। इतना ही नहीं बीएमसी में भी दोनों ही दलों के गठबंधन की सरकार है।

सिर्फ बीजेपी की ही जीत होगी...

रविवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह महाराष्ट्र के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं और सगंठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ एक बैठक भी की। बैठक को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी तीनों एक हो जाएं, तब भी सिर्फ बीजेपी को ही जीत मिले। अगर तीनों पार्टियां एक साथ आती हैं तो बीजेपी कार्यकर्ताओं को इस बात पर ध्यान देना होगा कि मतदान 51 फीसदी से ज्यादा हो। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस बात को ध्यान में रखें कि एक बार जीत गए हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम हर बार जीतेंगे। शाह ने महाराष्ट्र में पार्टी के विस्तारकों और प्रमुख कार्यकर्ताओं को एक ऐक्शन प्लान के तहत काम करने के निर्देश दिए।

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