रूट ने यह बताई मैदान पर की गई सबसे निराशाजनक चीज

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 19 जुलाई 2018, 5:11 PM (IST)

लीड्स। भारत के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मैच में शतक लगाने के बाद बल्ला गिराने का इंग्लैंड के बल्लेबाज जोए रूट को अफसोस है। रूट ने हेडिंग्ले में खेले गए तीसरे मैच में शतक जमाया था और अपनी टीम को तीन वनडे मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत दिलाई थी। रूट ने शतक लगाने के बाद तुरंत बाद अपने हाथ से बल्ला छोड़ दिया था।

रूट का बल्ला गिराना कुछ उस तरह था, जिस तरह गायक अपनी परफॉर्मेंस खत्म करने के बाद माइक गिरा देते हैं। रूट का कहना है कि उन्हें तुरंत इस बात का अफसोस हुआ था। बीबीसी ने रूट के हवाले से लिखा है, यह कार के टकराने जैसा था। ऐसा करने के बाद मुझे तुरंत पछतावा हुआ। रूट का वो 13वां शतक था।

उन्होंने कहा, अगर आप सोचते हैं कि आप इस तरह से जश्न मनाएंगे, तो आपको मैदान से बाहर भेज दिया, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यह मेरे द्वारा क्रिकेट के मैदान पर की गई सबसे निराशाजनक चीज है। रूट का यह इस सीरीज में लगाया लगातार दूसरा शतक है। उन्होंने लॉड्र्स मैदान पर खेले गए दूसरे वनडे में भी शतक जमाया था।

यह गेंदबाज दोबारा दक्षिण अफ्रीकी टीम से जुड़ा

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कोलंबो। दक्षिण अफ्रीका के बाएं हाथ के स्पिनर तबरेज शमसी फिर से टीम के साथ जुड़ गए हैं। वे पारिवारिक कारणों से स्वदेश लौट गए थे। शमसी शुक्रवार से मेजबान श्रीलंका के खिलाफ यहां शुरू होने जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के लिए टीम चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच के पहले दिन शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में एक विकेट हासिल किया था।

हालांकि दक्षिण अफ्रीका को इस मैच में 278 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था। दक्षिण अफ्रीका के दूसरे स्पिनर केशव महाराज ने कहा, शमसी हमेशा टीम का एक हिस्सा रहे हैं। उनके परिवार में कुछ हो गया था। लेकिन अब वे टीम के साथ जुड़ गए हैं और अगले मैच के लिए तैयार हैं। 28 साल के शमसी ने दक्षिण अफ्रीका के लिए अब तक दो टेस्ट, सात वनडे और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।

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