गूगल पर रिकॉर्ड तोड जुर्माना, इस मामले में दोषी माना!

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 18 जुलाई 2018, 7:40 PM (IST)

नई दिल्ली। दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल पर यूरोपीय यूनियन ने बड़ा जुर्माना लगाया है। यूरोपीय संघ ने गूगल पर बाजार में अपनी बादशाहत का नाजायज फायदा उठाने का आरोप लगाया है। यूरोपीय यूनियन के कंपीटिशन कमीशन ने एंड्राइड एंटीट्रस्ट केस में ये जुर्माना लगाया है। कमीशन ने मार्केट में अपनी पोजीशन का बेजा इस्तेमाल करने पर ये जुर्माना लगाया है। गूगल को 90 दिन का समय दिया गया है।

अगर वो इस दौरान भी नियम नहीं मानती है तो उस पर पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के डेली वल्र्ड वाइड टर्नओवर का 5 फीसदी पेनल्टी के तौर पर देना होगा। ईयू कमीशन ने गूगल के उस तर्क को ठुकरा दिया जिसमें उसने कहा था कि एपल उसके एंड्राइड फोन का कंपीटिटर है। कमीशन ने एक ट्विट कर इस जुर्माने की जानकारी दी। यूरोपीय कमीशन इससे पहले भी गूगल पर 2.4 अरब यूरो का जुर्माना लगा चुका है।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार यूरोपीय यूनियन ने गूगल पर लगाए गए जुर्माने की राशि गूगल पर 5 अरब डॉलर (34,524 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है। जुर्माने की यह रकम इतनी है, जितनी राशि नीदरलैंड हर साल यूरोपियन यूनियन के बजट में कंट्रीब्यूट करता है। गूगल पर आरोप है कि उसनने बाजार में अपनी वर्चश्व की स्थिति का नाजायज फायदा उठाते हुए अपने एंड्राइड मोबाइल ओपरेटिंग (ओएस) सिस्टम के प्रतिस्पधिर्यों को बाजार से बाहर रखने की चालें अपनाईं। ऐसी आशंका है कि इससे अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ़ सकता है।

मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि यूरोपीय संघ की प्रतिस्पर्धा आयुक्त मार्गरेट वेस्टगर ने गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई को मंगलवार की रात फोन कर कार्रवाई की अग्रिम जानकारी दी। गूगल ने सैमसंग और हुआवे जैसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ गठजोड़ कर बाजार में अग्रणी स्थिति का दुरुपयोग किया है। इससे पहले यूरोपीय संघ अमेरिका की दो अन्य बड़ी कंपनियों एप्पल और फेसबुक पर भी भारी-भरकम जुर्माना लगा चुका है।

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