चंडीगढ़। पंजाब
के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने नशों के प्रयोग को रोकने और इन पर
नियंत्रण पाने के लिए एक राष्ट्रीय नीति तैयार करने हेतु केंद्रीय गृह
मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने सरहदी राज्य में नशीली दवाओं
की तस्करी को रोकने के लिए पूरे तालमेल पर आधारित रणनीति को भी इस
राष्ट्रीय नीति में शामिल करने के लिए कहा है।मुख्यमंत्री ने
नशों की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार की तरफ से की जा रही कोशिशों
को समर्थन देने के लिए भारत सरकार द्वारा भी कुछ कदम उठाए जाने की इस पत्र
में माँग की है। उन्होंने कहा कि यह समस्या हमारी भावी पीढिय़ों पर गंभीर
प्रभाव डाल रही है।
उन्होंने कहा कि चाहे राज्य सरकार ऐसा न
होने देने के लिए पूरी तरह दृढ़ है परन्तु ‘‘नशों के प्रयोग की रोकथाम और
इन पर नियंत्रण पाने के लिए राष्ट्रीय नीति सहित प्रभावी कदम उठाए जाने के
लिए हमें भारत सरकार के पूरे और सक्रिय समर्थन की ज़रूरत है।’’
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सरहद पार से नशों की तस्करी बी.एस.एफ द्वारा
प्रभावी तरीकों से रोके जाने के लिए भी गृह मंत्री से अपील की है। उन्होंने
पड़ोसी राज्यों में नशों के पौधों की बिजाई पर रोक और देश में ड्रग की
रोकथाम और इसको नियमित करने के लिए राष्ट्रीय नीति तैयार करने की अपील भी
की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय
सरहद पार से स्मगल होकर आई बड़ी मात्रा में हेरोइन और अन्य नशों को बरामद
किया है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा इस सम्बन्ध में जुटाई गई ख़ुफिय़ा
जानकारी बी.एस.एफ के साथ नियमित तौर पर साझा की जा रही है परन्तु बदकिस्मती
से इन पदार्थों की तस्करी लगातार जारी है और हमारे समाज पर बुरा प्रभाव
डाल रही है।
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मुख्यमंत्री ने कहा है कि उनकी सरकार अपने तौर
पर नशों के तस्करों पर पूरी तरह नकेल कस रही है जिससे राज्य में से नशों का
सफाया किया जा सके। इसके इलावा नशों के आदी लोगों के उचित इलाज के लिए हर
संभव कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस सम्बन्ध में
रणनीति तैयार की हुई है जिसके तहत कानून सख्ती से लागू करना, नशा छुड़ाना,
पुर्नवास करना और नशों की रोकथाम करना शामिल है। उन्होंने कहा कि इस नीति
के पिछले कुछ सप्ताहों से अच्छे नतीजे सामने आने लगेे हैं। पंजाब नशों के
विरुद्ध लोक लहर पैदा करने में सफल हुआ है जिसके नतीजे के तौर पर नशों में
फंसे लोग सरकार की तरफ से स्थापित किये पुर्नवास और नशा मुक्ति केन्द्रों
में रोज़मर्रा के इलाज के लिए आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा
कि नशों की कुरीति को रोकने के लिए वह अपनी कोशिशें लगातार जारी रखेंगे और
वह महसूस करते हैं कि भारत सरकार के स्तर पर भी कुछ विशेष कदम उठाए जाने
की ज़रूरत है। उन्होंने इस सम्बन्ध में गृह मंत्री से जल्द से जल्द उचित
कदम उठाने की माँग की है।
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