सदी का सबसे लंबी अवधि वाला खग्रास चंद्रग्रहण 27 जुलाई को

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 14 जुलाई 2018, 11:29 AM (IST)

जयपुर। इस माह आषाढ़ पूर्णिमा, 27 जुलाई की रात खग्रास चंद्रग्रहण होगा। यह पूर्ण चंद्रग्रहण भारत समेत दुनिया के अधिकांतर देशों में देखा जा सकेगा। यह पूर्ण चंद्रग्रहण सदी का सबसे ज्यादा समय तक लगने वाला चंद्रग्रहण होगा। इस चंद्रग्रहण की कुल अवधि 3 घंटा 54 मिनट 33 सेकंड होगी। 27 जुलाई रात्रि 11:54:26 PM से 28 जुलाई रात्रि 03:48:59 AM तक चंद्रग्रहण का समय रहेगा। रात एक बजे से 2:43 बजे तक पूर्ण चंद्रग्रहण रहेगा। यह वर्ष 2001 से अब तक का सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। अगले 82 साल तक ऐसा चंद्रग्रहण नहीं देखा जाएगा।

यह खग्रास चंद्रग्रहण उत्तराषाढ़ा-श्रवण नक्षत्र तथा मकर राशि में लग रहा है। इसलिए जिन लोगों का जन्म उत्तराषाढ़ा-श्रवण नक्षत्र और जन्म राशि मकर या लग्न मकर है उनके लिए ग्रहण अशुभ रहेगा। मेष, सिंह, वृश्चिक व मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण श्रेष्ठ, वृषभ, कर्क, कन्या और धनु राशि के लिए ग्रहण मध्यम फलदायी तथा मिथुन, तुला, मकर व कुंभ राशि वालों के लिए अशुभ रहेगा।

चंद्र ग्रहण कब-कितने बजे- कितनी देर और सूतक
चंद्र ग्रहण का समय – 27 जुलाई रात्रि 11:54:26 PM से 28 जुलाई रात्रि 03:48:59 AM तक।
चंद्रग्रहण की कुल अवधि – 03 घंटा 54 मिनट 33 सेकंड
सूतक काल प्रारंभ – 27 जुलाई, दोपहर 12:27:28 PM।
सूतक काल की समाप्ति – 28 जुलाई, रात्रि 03:48:59 AM

अशुभ प्रभाव कम करने के लिए ये उपाय करें

ग्रहण के अशुभ प्रभाव कम करने और सर्वत्र रक्षा के लिए ग्रहणकाल के दौरान एक जगह बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान आदि करके गरीबों को भरपेट भोजन करवाएं। ग्रहण काल के दौरान अपने साथ चांदी का चंद्र यंत्र रखें और ग्रहण के बाद इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। वृषभ, कर्क, कन्या और धनु राशि के जातक ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने और शुभ प्रभावों में वृद्धि के लिए ग्रहणकाल के दौरान विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते रहें। ग्रहण के बाद भी प्रतिदिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करते रहेंगे तो ग्रहण का कुप्रभाव नहीं होगा।

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