अरोग्यम मोटर बाइक एंबुलेंस प्रोजेक्ट मोरनी पहाड़ी क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 13 जुलाई 2018, 2:11 PM (IST)

पंचकुला । पंचकूला हरियाणा का ऐसा पहला जिला है जहां पर अरोग्यम एक निशुल्क स्वास्थ्य सेवा मोरनी और पिंजौर खंड के पहाड़ी क्षेत्र के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है।
अरोग्यम निशुल्क स्वास्थ्य सेवा से मोरनी एवं पिंजौर के पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है क्योंकि मोरनी के दुर्गंम रास्ते होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने में काफी असुविधा हो रही थी। मुख्यमंत्री ने अरोग्यम नि:शुल्क सेवा का गत वर्ष 13 मई, 2017 को शुभारंभ किया। अरोग्यम निशुल्क सेवा मोरनी व पिंजौर में लोगों के घर-द्वार पर जाकर उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ये सेवाएं लोगों को 6 बाइक एंबुलेंस के माध्यम से मुहैया करवाई जा रही हैं।



इस योजना के तहत अब तक कुल 624 मरीजों को पीएचसी मोरनी में लाया गया जबकि 444 को पीएचसी से इलाज के उपरांत उनके घर पर पहुंचाया गया। इसके साथ-साथ स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में दी जाने वाली जानकारी के तहत 603 विजिट की गई और आंगनबाड़ी केन्द्रों में 702 विजिट की गई। इसके अलावा लगभग 9 हजार आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने के साथ-साथ प्राथमिक चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध करवाई गई। अरोग्यम द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के तहत अब तक लगभग 25 हजार किलोमीटर का सफर तैय किया गया।





उपायुक्त पंचकूला मुकुल कुमार ने इस योजना को कारगर एवं प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए निजी तौर पर आरोग्यमों (पैरामैडिक्स) से बात-चीत कर इस योजना को घर-द्वार तक लेजाने में यदि किसी प्रकार की असुविधा होती है, तो प्राथमिकता के आधार पर उसका समाधान कर उन्हें राहत उपलब्ध करवाते हैं। यह योजना जिला प्रशासन द्वारा जिला रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से पिंजौर एवं मोरनी के दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से चलाई जा रही है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। यह योजना मोरनी क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल कर रही है।



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उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि मोरनी क्षेत्र में गांवो व ढाणियों के अलग अलग होने के कारण उनकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी अधिक है तथा वहां पर चार पहिया रोगी वाहन नहीं जा सकते थे। बच्चों की माताएं उनके टीकाकरण व अपने स्वास्थ्य के लिए बहुत बार छह से आठ किलोमीटर चलकर सब स्वास्थ्य केंद्र मोरनी तक पंहुचती थी। ऐसे स्थानों पर लोगों की सुविधा के लिए रक्तजांच, आपातकाल स्थिति और रोगी को अस्पातल तक पंहुचाने के लिए आरोग्यम बाईक की शुरूआत की गई, जो पूरी निष्ठा एवं लग्र के साथ काम कर रही हैं। इन वाहनों को चलाने के लिए पैरा मैडिक्स, जिनके पास चालक लाईसेंस है, को आलकैमिस्ट एवं आईवीवाई अस्पतालों में सामाजिक दायित्व निभाते हुए जिला प्रशासन को निशुल्क उपलब्ध करवाया गया है।

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