बागपत। उत्तर प्रदेश की बागपत जिला जेल में अंडरवल्र्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस घटना ने सीएम योगी के उत्तर प्रदेश के सुरक्षा दावों के पोल खोल दिए हैं। सीएम योगी ने इस मामले में जल्द से जल्द जांच के आदेश दिए हैं। डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे है।
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या एक फोन कॉन आने के बाद की है। हत्याकांड को अंजाम देने के पहले सुनील राठी के पास एक फोन आया था, जिसके बाद उसने मुन्ना बजरंगी पर गोलियों की बौछार कर दी। जिस पिस्टल से बजरंगी की हत्या हुई है वो पिस्टल भी सुनील का ही है। सुनील के पास वो पिस्टल टिफिन के जरिए जेल में पहुंचाया गया था। फोनकॉल की बात सामने आने के बाद इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या की साजिश रची गई थी।
हत्याकांड के बाद सुनील राठी को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की प्लानिंग चल रही है। बागपत जेल में सुनील राठी का बहुत दबदबा है, जिसकी वजह से ये माना जा रहा है कि वो जांच को भी प्रभावित कर सकता है।
बागपत के अब्दुलपुर स्थित जिला कारागार में बंद एक प्रत्यक्षदर्शी बंदी के मुताबिक, लगभग नौ बजे जेल का मुख्य दरवाजे पर एंबुलेंस आई। एंबुलेंस में से डरा-सहमा हुआ मुन्ना बजरंगी नीचे उतरा। कई सुरक्षाकर्मी बजरंगी को तन्हाई बैरक की ओर ले गए। मुन्ना बजरंगी को देखकर विक्की सुन्हैड़ा और गले लगकर उसका स्वागत किया। मुन्ना बजरंगी के कहने पर विक्की को उसके साथ वाले बैरक में रखा गया था। देर रात सुनील में उनके साथ आकर बैठ गया। तीनों ने देर रात तक बातें की फिर सुनील अपने बैरक चला गया।
सुबह पांच बजे जब सब चाय का इंतजार कर रहे थे, तभी मुन्ना और सुनील के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई और उसने मुन्ना की हत्या कर दी। 9 जुलाई को उत्तर प्रदेश की बागपत जिला जेल में अंडरवल्र्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रविवार (8 जुलाई) को ही मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से बागपत जेल ट्रांसफर किया गया था। ट्रांसफर के अगले दिन बागपत में रेलवे से जुड़े एक मामले में कोर्ट में सुनावई होनी थी।
इसी वजह से रविवार की रात 9 बजे ही मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। हत्या के बाद एडीजी ने बताया, वेस्ट यूपी और उत्तराखंड में सक्रिय गैंग का मुखिया की जेल में सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी की गाली-गलौच और हाथापाई हुई थी, जिसके बाद सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी को गोली मार दी। घटना के बाद बागपत जेल के जेलर और 2 वॉर्डन को भी निलंबित कर दिया गया है। हत्या की तफ्तीश के जारी है।
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