नई दिल्ली। भारतीय टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा ने कहा है कि शीर्ष रैंकिंग के खिलाडिय़ों को हराना उनका सपना था और उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान इसे पूरा कर लिया है। मनिका ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में इस वर्ष अप्रैल में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में वल्र्ड नंबर-4 फेंग तियानवेइ और झोउ यिहान को मात दी थी।
23 वर्षीय मनिका ने महिला एकल वर्ग में सिंगापुर की मेंगयू यु को 4-0 (11-7, 11-6, 11-2, 11-7) से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने मौमा दास के साथ महिला युगल में रजत और साथियान गणेसकरण के साथ मिश्रित युगल में कांस्य पदक भी अपने नाम किए थे। मनिका ने फेमिना पत्रिका के विशेष अंक में कहा कि शीर्ष रैंकिंग के खिलाडिय़ों को हराना मेरा सपना था और मैंने राष्ट्रमंडल खेलों में इसे हासिल कर लिया।
उन्होंने कहा कि जब मैं खेलती हूं तो मैं इस पर ध्यान नहीं देती कि मेरा प्रतिद्वंद्वी वल्र्ड नंबर-4 है या वह सिंगापुर से है। मैं सिर्फ अपना खेल खेलती हूं और इसमें 100 प्रतिशत देती हूं। राष्ट्रमंडल खेलों में भी मैंने यही किया।
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गौरतलब है कि मनिका ने तीन महीने पहले कॉमनवेल्थ गेम्स में व्यक्तिगत
स्पर्धा में सिंगापुर की मेंगयू यु को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
मनिका यह उपलब्धि हासिल करने वालीं पहली भारतीय पैडलर हैं। मनिका ने इससे
पहले टीम इवेंट के फाइनल में दुनिया की 4 नंबर की खिलाड़ी सिंगापुर की
तियानवेई फेंग को भी मात दी थी।
मनिका अब अगले महीने इंडोनेशिया में होने
वाले एशियन गेम्स की तैयारियों में जुटी हुई हैं। मनिका ने कहा कि मैं
फिलहाल दिल्ली में कोच संदीप गुप्ता के निर्देशन में प्रेक्टिस कर रही हूं।
अब मैं कोरिया और ऑस्ट्रेलिया में टूर्नामेंट खेलूंगी। मनिका ने हाल ही
इंदौर में आयोजित नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट में भी बाजी मारी।
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