उन्नाव गैंगरेप : आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ चार्जशीट दायर

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 11 जुलाई 2018, 6:51 PM (IST)

उन्नाव। उन्नाव गैंगरेप में मामले के आरोपी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को चार्जशीट दायर की है। इससे पहले सात जुलाई को सीबीआई ने पीडि़ता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत के सिलसिले में बीजेपी एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर के भाई और चार अन्य के खिलाफ अपना पहला आरोप पत्र दायर किया था।

जांच एजेंसी ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को नामजद आरोपी बनाया है। गौरतलब है कि रेप पीडि़ता और उसके परिजनों ने इसी साल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर खुदकुशी की कोशिश की थी, और उसी के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा था। नाबालिग पीडि़ता और उसके परिजनों का आरोप था कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने पिछले साल जून में लडक़ी से रेप किया था।

पीडि़ता ने यह आरोप भी लगाया था कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के बाद उसे और उसके परिवार को लगातार धमकियां दी जा रही थीं। इसके कुछ ही दिन बाद रेप पीडि़ता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, और उसी के बाद बेहद दबाव में आने पर ही विधायक की गिरफ्तारी की गई थी। पीडि़ता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत के सिलसिले में थाना प्रभारी समेत छह पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया था, और पिटाई करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसी साल मई महीने में सीबीआई ने सेंगर के खिलाफ एक और केस दर्ज किया था। पीडि़ता के पिता को फर्जी मुकदमे में जेल भेजने के आरोप में उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आरोपी बनाया गया था।

रेप पीडि़ता के पिता का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें दिखाया गया था कि थाने में किस प्रकार मेडिकल जांच हो रही है और कैसे विधायक का भाई वहीं बैठा हंस रहा है। फिलहाल कुलदीप सिंह सेंगर रेप के मामले में सीबीआई की हिरासत में हैं। कुलदीप सिंह सेंगर लगातार चार बार से उत्तर प्रदेश में विधायक बनते रहे हैं, जिनमें वे तीन अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से चुने गए हैं।

कुलदीप सिंह सेंगर ने राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से की थी और सेंगर ने वर्ष 2002 का चुनाव कांग्रेस की टिकट पर उन्नाव से जीता था. इसके बाद कांग्रेस का साथ छोडक़र 2007 में सेंगर ने बीएसपी की टिकट पर बांगरमऊ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, लेकिन मायावती से भी ज्यादा वक्त तक नहीं बनी और सेंगर ने पार्टी छोड़ दी।

‘बसपा’ का साथ छोडऩे के बाद कुलदीप सेंगर ने ‘सपा’ की सवारी शुरू की, और 2012 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी की टिकट पर लड़ा। मुलायम ने सेंगर को भगवंत नगर सीट से टिकट दी, और यहां कुलदीप की जीत हुई। इसके बाद राज्य में बदलते माहौल को भांपकर कुलदीप सिंह सेंगर ने समाजवादी पार्टी का साथ छोडक़र बीजेपी का दामन थाम लिया। उत्तर प्रदेश में 2017 में हुआ विधानसभा चुनाव कुलदीप सेंगर ने बीजेपी की टिकट पर बांगरमऊ सीट से लड़ा, और चौथी बार जीत हासिल की।

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