मॉस्को। पहली बार फीफा विश्व कप के फाइनल में प्रवेश की चाह के लिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने को क्रोएशियाई टीम बुधवार को हर हाल में इंग्लैंड की मजबूत दीवार लांघना चाहेगी। वहीं दूसरी ओर, लुज्निकी स्टेडियम में बुधवार को रात 11.30 बजे (भारतीय समयानुसार) होने वाले इस मुकाबले को जीतकर इंग्लिश टीम दूसरी बार फाइनल खेलना चाहेगी। इंग्लिश टीम जब 1966 में अंतिम बार फाइनल में पहुंची थी, तब वह चैम्पियन बनी थी। दोनों टीमों लगभग दो दशकों के बाद एक बार फिर सेमीफाइनल में पहुंची हैं।
ऐसे में जहां एक ओर इंग्लैंड का लक्ष्य दूसरे विश्व कप खिताब के लिए फाइनल का टिकट हासिल करना होगा, वहीं क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंच इतिहास रचने उतरेगी। इंग्लैंड ने 1990 में विश्व कप में चौथा स्थान हासिल किया था और क्रोएशिया ने 1998 में सेमीफाइनल में प्रवेश हासिल किया था। ऐसे में दोनों टीमें लगभग एक दशक के बाद एक बार फिर उसी स्तर पर हैं और इस बार दोनों ही टीमों का लक्ष्य फाइनल में प्रवेश हासिल करना होगा।
फीफा विश्व कप की जीत का स्वाद इंग्लैंड की टीम एक बार चख चुकी है। उसने 1966 में खिताबी जीत हासिल की थी। उसके बाद हालांकि 1990 में ही अंतिम-4 में जगह बना सकी थी। आज की टीम में शामिल 23 में 17 खिलाडिय़ों का जन्म भी उस समय नहीं हुआ था। इस लिहाज से वे इस विश्व कप को यागदार बनाना चाहते हैं। क्रोएशिया ने सेमीफाइनल तक का रास्ता बेहद ही बेहतरीन प्रदर्शन के साथ तय किया है। उसने डेनमार्क और रूस के खिलाफ पेनाल्टी शूटआउट में जीत हासिल कर अंतिम-4 में जगह बनाई।
लगभग 28 साल बाद फीफा विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंची इंग्लैंड के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए क्रोएशिया की टीम तैयार है। टीम के कोच ज्लातको डालिक का कहना है कि अगर क्रोएशिया लियोनेल मेसी जैसे खिलाड़ी को रोक सकता है, तो गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे चल रहे इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन को भी रोक सकता है। हैरी के अलावा, रहीम स्टर्लिंग भी क्रोएशिया के डिफेंस के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। उसके पास हैरी मैग्वीरे जैसा डिफेंडर भी है और गोलकीपर के रूप में जॉर्डन पिकफोर्ड क्रोएशिया को रोकने के लिए तैयार हैं।
इंग्लैंड को हालांकि, 20 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची क्रोएशिया टीम के मिडफील्डर लुका मोड्रिक से सबसे अधिक डर है। मोड्रिक अपने साथी खिलाड़ी इवान राकिटिक और इंटर मिलान के इवान पेरिसिक के साथ मिलकर टीम का मिडफील्ड संभाल रहे हैं। क्रोएशिया को भी अपने गोलकीपर डेनिजेल सुबासिक को रूस के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या हुई थी। इस दर्द के बाद भी वह मैदान पर टिके हुए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि मेडिकल जांच के बाद ही सेमीफाइनल में उनकी उपस्थिति के बारे में कुछ कहा जा सकता है।
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सुबासिक हालांकि, आगे बढऩे के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि रूस के खिलाफ
मैच के दौरान मांसपेशियों में दर्द हुआ था। ऐसे में उनके डॉक्टर से बातें
पूछी जा सकती हैं और सेमीफाइनल के लिए उनकी उपस्थिति भी स्पष्ट हो पाएगी।
क्रोएशिया की टीम में उसके डिफेंडर डोमागोज वीडा को भी हरी झंडी मिल गई है।
रूस के खिलाफ मैच के दौरान यूक्रेन के पक्ष में टिप्पणी करने के कारण वीडा
और क्रोएशिया टीम के सहायक कोच ओगनजेन वुकोजेविक को आलोचनाओं का शिकार
होना पड़ा।
ऐसे में फीफा ने जहां एक ओर वीडा को चेतावनी दी है, वहीं
वुकोजेविक को उनके गृहनगर भेज दिया गया है। दोनों ही टीमें दमदार हैं और
ऐसे में दोनों का डिफेंस और अटैक पूरी तरह से एक-दूसरे पर भारी होकर गोल का
अवसर तलाशने की कोशिश करेंगे। ऐसे में दोनों में से किसी भी टीम की जीत
संभव है।
क्रोएशिया के पिछले दो मैचों से यह साफ जाहिर है कि वह अपना
डिफेंस कमजोर नहीं पडऩे देगी और पेनल्टी शूटआउट की स्थिति में उसकी जीत
लगभग निश्चित है, वहीं इंग्लैंड का नेतृत्व करने के लिए उसके पास हैरी जैसा
कप्तान है। इंग्लैंड भी फाइनल का टिकट कटाकर दूसरा विश्व कप खिताब जीतने
के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी तैयारी के साथ उतरेगी। दोनों टीमों के
बीच का सेमीफाइनल मैच रोमांचक होने वाला है।
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