महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में केन्द्र एवं राज्य सरकार प्रयासरत : मेहता

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 10 जुलाई 2018, 7:37 PM (IST)

टोंक। बालिकाओं के अंदर कुरीतियों से लड़ने और शिक्षा से आगे बढ़ने की प्रेरणा देने में टोंक जिले में संचालित लाडो परियोजना का सकारात्मक परिणाम अब सामने आने लगा है, जिसमें टोंक एवं उनियारा पंचायत समिति के बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत की शपथ देने वाले दो दर्जन से अधिक सरपंचों का मंगलवार को टोंक पंचायत समिति स्थित नेहरू सभागार में सम्मान समारोह एवं लाडो परियोजना की समीक्षा बैठक की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अजीत सिंह मेहता थे।
उन्होंने कहा कि अब बाल विवाह जैसी कुरीति के खिलाफ समाज को आगे आना होगा। बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने वाली बालिकाओं को सशक्त बनाना होगा, ताकि महिला सशक्तीकरण को मजबूती मिल सके। उन्होंने बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई के कारणों का जिक्र करते हुए कहा कि बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति के शुरुआती समय में न सिर्फ सामाजिक परिस्थितियां, बल्कि विदेशी आक्रांताओं की महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच भी एक कारण रहा है। मेहता ने कहा कि आज आवश्यकता है महिलाओं के सशक्तीकरण की, इसके लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। इसके तहत महिला को परिवार की मुखिया बनाया गया है।
विधायक अजीतसिंह मेहता एवं पंचायत समिति टोंक के प्रधान जगदीश गुर्जर ने सरपंचों को प्रशस्ति पत्र देकर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रधान जगदीश गुर्जर, विकास अधिकारी टोंक बृजमोहन गुप्ता ने भी विचार रखे।

ये सरपंच हुए सम्मानितबाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत की शपथ देने वाले देवलाल गुर्जर सरपंच मण्डावर, कमलेश बैरवा सरपंच भरनी, गणेश बारेठ सरपंच डारडाहिन्द, राजेन्द्र सिंह नरूका सरपंच पालडा, रामेश्वर जाट सरपंच बोसरिया, विमल कुमार सरपंच फुलेता, विमला देवी सरपंच खोहल्या, नारायण सिंह सौलंकी सरपंच हरचन्देड़ा, सुनीता देवी बैरवा सरपंच बम्मोर, सुरेश कुमार चन्देल सरपंच सूंथड़ा, श्रवणलाल गुर्जर सरपंच प्यावड़ी, भगवान सहाय शर्मा सरपंच अलीगढ़, रामजानकी देवी सरपंच रानीपुरा सहित टोंक एवं उनियारा पंचायत समिति के कुल 33 सरपंचों को सम्मानित किया गया।



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