शिमला हेली-टैक्सी सेवा महंगी हुई

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 08 जुलाई 2018, 5:24 PM (IST)

शिमला । शिमला और चंडीगढ़ के बीच एक महीने से भी कम समय पूर्व शुरू हुई हेली-टैक्सी सेवा के किराए में 500 रुपये की वृद्धि की गई है। अधिकारियों ने कहा इस वृिद्ध के साथ इस सेवा का किराया 2,999 रुपये से बढ़कर 3,499 रुपये हो गया है। सिर्फ इतना ही नहीं, हिमाचल राज्य की राजधानी में इसके उतरने के स्थल को लेकर भी भ्रम की स्थिति है।

अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टर अभी भी यहां से 22 किलोमीटर दूर जब्बारहट्टी हवाईअड्डे पर उतर रहा है। सरकार ने चार जून को इसकी पहली उड़ान के साथ घोषणा की थी कि यह शिमला चोटी से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित अन्नांदाले मैदान पर उतरेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है।

एक ट्रैवल एजेंट ने आईएएनएस को बताया, "यात्रियों की खराब प्रतिक्रिया को देखते हुए, सरकार ने घोषणा की है कि हेलिकॉप्टर अन्नांदाले मैदान पर उतरेगा, न कि हवाईअड्डे पर। यह पर्यटकों को लुभाने के लिए एक उत्साहजनक कदम था, क्योंकि इससे लैंडिंग स्थल और शहर के बीच दूरी घट जाती।"

एजेंट ने कहा, "लेकिन हेलिकॉप्टर अभी भी जब्बारहट्टी हवाईअड्डे पर ही उतर रहा है और यह पर्यटकों के साथ साथ यहां के स्थानीय लोगों को हवाई यात्रा करने के लिए हतोत्साहित कर रहा है। यही कारण है कि हेली टैक्सी सेवा शुरू होने के बाद से हर उड़ान में लगभग 50 प्रतिशत सीटें खाली रहती हैं।"

यात्रियों की खराब प्रतिक्रिया को देखते हुए, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 18 जून को घोषणा की थी कि हेलिकॉप्टर अन्नांदले मैदान पर उतरेगा, लेकिन जब्बरहट्टी से उड़ान भरेगा।

राज्य पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "हम अभी भी रक्षा मंत्रालय की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। सुरक्षा कारणों से अन्नांदले मैदान पर असैन्य हेलीकॉप्टरों को उतरने की मंजूरी देना प्रतिकूल होगा।"

अन्नांदले मैदान भारी जंगलों से घिरा एक प्रमुख भूखंड है, जहां द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से सेना का नियंत्रण रहा है। सेना ने यहां केवल मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर उतरने की अनुमति दे रखी है।

--आईएएनएस

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