JNU मामले में उमर का निष्कासन, कन्हैया पर जुर्माना बरकरार

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 05 जुलाई 2018, 5:38 PM (IST)

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में 09 फरवरी, 2016 की घटना को लेकर जेएनयू के छात्र रहे उमर खालिद का निष्कासन और उस वक्त वहां छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार पर लगाए गए 10,000 रुपए के जुर्माने को विश्वविद्यालय की उच्च स्तरीय जांच समिति ने बरकरार रखा है।

जेएनयू परिसर में लगाए थे भारत विरोधी नारे...

जेएनयू परिसर में हुई यह घटना सुर्खियों में रही थी। जेएनयू के 15 छात्रों ने 09 फरवरी 2016 को विश्वविद्यालय परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें भारत विरोधी नारे लगाए गए थे। इस कार्यक्रम में अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के सरकार के फैसले की निंदा की गई थी, जो 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था।

कई छात्रों पर देशद्रोह के आरोप लगा...

इस घटना के बाद खालिद सहित जेएनयू के कई छात्रों पर देशद्रोह के आरोप लगाए गए। घटना के तीन दिन बाद ही कन्हैया कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था। उस साल 26 अप्रैल को विश्वविद्यालय की जांच समिति ने 21 छात्रों को अनुशासन भंग करने का दोषी पाया था।

जेएनयूटीए ने किया था इसका विरोध...

हालांकि छात्र संघ और जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन (जेएनयूटीए) ने इसका विरोध किया था। वे छात्रों के निष्कासन के खिलाफ कोर्ट पहुंचे। दिल्ली हाई कोर्ट ने अक्टूबर 2017 में जेएनयू के अपीलीय आदेश को खारिज कर दिया, जिसमें विश्वविद्यालय के 15 छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की बात कही गई थी। आरोप है कि 09 फरवरी 2016 को विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन खालिद ने ही किया था, जिसमें भारत विरोधी नारे लगाए गए।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे