सभी दोषों से मुक्ति दिलाएगा यह पेड

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 22 जून 2018, 3:25 PM (IST)

कहते हैं राहू-केतु और शनि ग्रहों में से कोई भी ग्रह किसी जातक के पीछे पड जाता है तो उसके जीवन में जबरदस्त उतार-चढाव आने लगते हैं। ऐसे में किसी के पीछे तीनों ग्रह ही लग जाएं तो उसे पार पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में केवल एक पेड की पूजा करने भर से सभी दोषों से मुक्ति मिल जाती है-

तीनों ग्रहों की शांति के लिए केवल और केवल पीपल के पेड की जन्मी नक्षत्र के अनुसार पूजा करना लाभ देता है।

राहु के दुष्प्रभाव और उपाय क्या है
राहू की प्रताडना के लक्षण
धोखा/जीवन में आये अचानक उतार चढाव /दुर्घटना / तंत्रिका तंत्र सम्बन्धी गम्भीर समस्या आदि।
क्या करें उपचार
जन्म नक्षत्र के दिन पीपल वृक्ष की परिक्रमा करते हुए ॐ नमः शिवाय का जप करें।
पीपल के वृक्ष के नीचे से मिटटी ले कर उसमे गौ मूत्र या गंगाजल, मिलाकर शिवलिंग का निर्माण करें और वहीं शांति से उसका अभिषेक कर उसे बहते जल में प्रवाहित करें।
पीपल पर लाल पुष्प जन्म नक्षत्र या शनिवार वाले दिन चढाएं।
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल के नीचे गौमूत्र मिली स्वेच्छा से शरीर पर लगाकर वहीं स्नान करें।
पीपल के नीचे बैठा कर किसी जरुरतमंद को मीठा भोजन कराएं।


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केतु की महादशा और उपाय क्या हैं
केतु की प्रताडना के लक्षण-
एकाकीपन / संतान सुख की समस्या /अचानक बड़ी धन हानि होना /चेहरे पर किसी प्रकार की समस्या होना /स्वयं संपत्ति का सुख न होना आदि।
क्या करें उपचार
पीपल के वृक्ष पर प्रत्येक शनिवार मोतीचूर का एक लड्डू या इमरती चढ़ाएं।
पीपल के पेड पर प्रति शनिवार गंगाजल मिश्रित जल अर्पित करें और सरसों का तेल चढ़ाएं।
पीपल पर तिल मिश्रित जल जन्म नक्षत्र वाले दिन अर्पित करें।
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल की एक परिक्रमा करें और ॐ केतवे नमः मंत्र का जप करें।
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल की थोडी सी जटा लाकर उसे धूप दीप दिखा कर अपने पास सुरक्षित रखें।
पीपल के पत्ते पर मीठी रोटी रख का कुत्तों को खिलाएं।


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शनि दूषित अथवा कमजोर होने पर क्या करें
शनि प्रताडना के लक्षण
सामाजिक प्रताड़ना /चोरी से धन का नुकसान /शत्रु बाधा /नियमित स्वस्थ्य समस्या और क़ानूनी भय आदि।
क्या करें उपचार
शनिवार के दिन पीपल के पेड पर थोड़ा सा सरसों का तेल चढाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शनिवार के दिन और जन्म नक्षत्र के दिन पीपल वृक्ष की परिक्रमा करें और उसके नीचे कुछ देर ध्यान करें।
शनिवार के दिन उचित स्थान पर पीपल के वृक्ष रोपित करना।
शनिवार के दिन पीपल की जड़ को सरसों के तेल में डूबा कर काले कपडे में बांधकर रखना।

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