आर्य समाज ही एक ऐसा मंच, जो वेदों की बात करता है : आचार्य सत्यप्रिय

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 जून 2018, 10:18 PM (IST)

भरतपुर। आर्य समाज ही एक ऐसा मंच है, जो वेदों की बात करता है। मथुरा से पधारे आचार्य सत्यप्रिय ने कहा कि आर्य समाज ने ही सर्वप्रथम स्वाधीनता का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि हम भक्ति क्यों करें, यज्ञ क्यों करें, किसकी भक्ति करें। डॉ. अर्चना प्रिय आर्य ने ‘आर्य समाज का नारी को क्या योगदान’ इस विषय पर कहा कि आर्य समाज देव दयानंद ने नारियों को वेद पढ़ने का अधिकार दिया। देव दयानंद द्वारा वर्षों पूर्व भ्रूण हत्या का विरोध किया गया था, जिसको अब सरकार मान रही है। प्रथम पारी की अध्यक्षता डॉ. वेद प्रकाश आर्य बयाना ने की ।

उत्तर प्रदेश आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष व विरजानन्द गुरुकुल आश्रम मथुरा के अधिष्ठाता स्वामी स्वदेश ने कहा कि सारी कुरीतियों की जड़ संस्कार की कमी है, ऋषियों की पद्धति पर चलें। राष्ट्रीय भजनोपदेशक नरदेव बेनीवाल ने भजन द्वारा सोता देश जगाया, ऋषि दयानंद ने भजन द्वारा देव दयानंद द्वारा उपलब्धियों का गुणगान किया। मंच संचालन जिला मंत्री सत्यदेव आर्य ने किया।




ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे