बेटियों को निडर बनाने के लिए साइकिल से कन्याकुमारी से जयपुर पहुंची बेटियां

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 जून 2018, 7:20 PM (IST)

जयपुर। कन्याकुमारी से 28 मई को लेह तक के 4275 किलोमीटर दूरी के सफर को साइकिल से तय कर वासंती जोशी एवं उनकी टीम गुरुवार को जयपुर पहुंची। टीम ने जयपुर में राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ के कार्यालय में राजस्थान में बेटियों को बचाने के लिए की जा रही पीसीपीएनडीटी अधिनियम की प्रभावी क्रियान्विति, डिकॉय ऑपरेशन एवं डॉटर्स आर प्रीसियस अभियान की जानकारी ली। उन्होंने बेटियों को बचाने की इस नेक मुहिम की विशेष सराहना की।

परियोजना निदेशक पीसीपीएनडीटी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह ने पीबीआई थाना, डिकॉय ऑपरेशन एवं जन-जागरूकता अभियान डॉटर्स आर प्रीसियस के बारे में जानकारी दी। इस दौरान वासंती जोशी ने बताया कि जयपुर से वे 16 जुलाई को नीमराणा, रोहतक, हिमाचल, मनाली के रास्ते लेह तक पहुचेंगी। इस दौरान लेह के लिए उमलिंग ला की हाईएस्ट मोटोरेबल रोड पर भी साइकिलिंग के जरिये जाने का प्लान है। उन्होंने कहा कि उनकी इस यात्रा का उद्देश्य बेटियों के मन में से डर को निकालना है। इसके लिए एडवेंचर्स एक्टिविटीज में हिस्सा लेना एक बेहतर माध्यम है।
वासंती जोशी एवं उनकी टीम ने राजस्थान में बेटी बचाओ के लिए हो रहे कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह बेहद अच्छा कार्य है। समाज में बेटियों के प्रति जो सोच बनी हुई है, उसे बदलना आवश्यक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि डॉटर्स आर प्रीसियस जैसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे तो ऐसे दिन जल्दी ही आएंगे कि जब डिकॉय ऑपरेशन की जरूरत ही नहीं होगी। प्रकोष्ठ द्वारा सभी टीम सदस्यों को डॉटर्स आर प्रीसियस का संदेश लिखे कप मोमेन्टो के तौर पर भेंट किए गए।
उल्लेखनीय है कि पुणे के एसएनडीटी आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत 56 वर्षीय वासंती जोशी साइकिल से 40 दिन के इस सफर को तय कर 5 जुलाई को लेह पहुंचेंगी। उनके साथ उनकी दोस्त 62 वर्षीय शुभदा जोशी, 27 वर्षीय बेटी केतकी एवं स्टूडेंट गायत्री सपोर्ट के रूप में गाड़ी में सफर कर रही हैं।


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