बूंदी। अमर शहीद नानक भील की पुण्य स्मृति में बुधवार को डाबी के उप तहसील परिसर में एक दिवसीय आदिवासी विकास मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ जिला प्रमुख सोनिया गुर्जर ने किया। मेले में बरड़ क्षेत्र की 14 पंचायतों के ग्रामीणों को केंद्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर राहत प्रदान की गई।
इस अवसर पर ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए जिला प्रमुख सोनिया गुर्जर ने कहा कि डाबी विकास मेला ग्रामीणों के लिए बेहतर अवसर है। सभी विभागों की मौजूदगी से ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणजन ज्यादा ज्यादा इसका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि डाबी आदिवासी विकास मेले के जरिए बरड़ क्षेत्र के अधिकाधिक लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे।
उपजिला प्रमुख सत्येन्द्र मीणा ने कहा कि क्षेत्र के चहुंमुंखी विकास के लिए शिक्षा पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के महत्व को समझें और अपने बच्चों को खूब पढ़ाए। कार्यक्रम में पूर्व वित्त राज्यमंत्री हरिमोहन शर्मा ने कहा कि डाबी में आयोजित विकास मेले का ग्रामीण अधिकाधिक फायदा उठाएं। उन्होंने कहा कि समाज और क्षेत्र के विकास के लिए शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। बरड़ क्षेत्र के सभी लोगों को डाबी में आयेाजित आदिवासी मेले में योजनाओं का अधिकाधिक लाभ प्राप्त हो, तभी मेले की सार्थकता साबित होगी।
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कार्यक्रम में बूंदी प्रधान मधु वर्मा, तालेडा प्रधान मोहनलाल गुर्जर,
पूर्व जिला प्रमुख राकेश बोयत, सत्येश शर्मा, समृद्ध शर्मा, चर्मेश शर्मा,
बाबूलाल वर्मा, तालेड़ा उपप्रधान अमित शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त
किए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जुगल किशोर मीणा ने मेले का प्रतिवेदन
प्रस्तुत किया।
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इस अवसर पर डाबी सरपंच कन्हैयालाल मेघवाल, पूर्व सरपंच रामनिवास गुर्जर, कृषि उपज मण्डी अध्यक्ष कमलेश चांदना, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश राठौर, पूर्व जिला प्रमुख महावीर मीणा, युवराज राठौर, भील समाज के राजमल भील, धन्नालाल भील, मांगीलाल भील, राजमल गुर्जर, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदर्शन सिंह तोमर, जनप्रतिनिधि गण आदि मौजूद रहे इससे पूर्व डाबी में शहीद नानक भील की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक निजामुद्दीन ने किया।
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