जयपुर । राजस्थान में विधानसभा चुनाव इस साल होने जा रहे है, लेकिन राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच घमासान शुरू हो गया है। आरसीए के कोषाध्यक्ष पद को लेकर जोशी गुट और मोदी गुट आमने-सामने हो गए है।
आरसीए के कोषाध्यक्ष पद को लेकर पिंकेश जैन ने एक प्रेस वार्ता की, और कहा कि जस्टिस शिवकुमार शर्मा ने आर्बिट्रेटर के रूप में अनाधिकृत रूप से आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ वह कोर्ट भी जा रहे है, साथ ही एफआईआर भी दर्ज करायेंगे। उन्होंने दावा किया कि आज भी वह आरसीए के कोषाध्यक्ष है, और आगे भी रहेंगे।
पिंकेश जैन ने आरोप लगाया कि आरसीए अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी चार करोड़ के गलत बिलों का भुगतान करना चाह रहे थे, लेकिन आरसीए के कोषाध्यक्ष होने के नाते उन्होंने गलत भुगतान का विरोध किया है और चैकों पर साइन करने से मना कर दिया था। इसके बाद आरसीए अध्यक्ष ने ही आर्बिट्रेटर जस्टिस शिवकुमार शर्मा के जरिये अनाधिकृत रूप से आर्डर पास करवाकर यह साजिश रची है। वहीं पिंकेश जैन का कहना है कि डॉ. सीपी जोशी और उनके गुट के लोगों को लग रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने जा रही है, लेकिन यह मुगालता उनका विधानसभा चुनाव में दूर हो जाएगा। जैन ने कहा कि राजस्थान में भाजपा की ही सरकार बनेगी। वहीं उन्होंने कहा कि अगर यह हाल रहा, तो दोबारा आरसीए पर ताले लगने में भी कोई देर नहीं लगेगी।
प्रेस वार्ता में आरसीए सचिव आरएस नांदू ने आरोप लगाया कि आरसीए अध्यक्ष निर्वाचित सदस्यों के बिना राजस्थान के क्रिकेट को चलाना चाह रहे है, ना तो उन्हें सचिव पसंद और ना ही कोषाध्यक्ष। डॉ. जोशी की इच्छा है कि यह दोनों शख्स आरसीए छोड़ दे। नांदू ने कहा कि आगामी जुलाई महीने में हाईकोर्ट में सत्य की ही जीत होगी।
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