चंडीगढ़। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास
मंत्री अरुणा चौधरी द्वारा आज आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन नेताओं के
साथ मीटिंग की गई। उनकी मांगों को सहानुभूति के साथ सुना गया। हल
होने वाली उचित मांगें मानने का विश्वास दिलाया। इसके अलावा वित्त विभाग और
शिक्षा विभाग से संबंधित मसलों के हल के लिए संबंधित मंत्रियों के साथ
मीटिंग करने का फ़ैसला किया गया। चौधरी द्वारा सभी पक्षों के साथ
मीटिंगें के उपरांत 17 जुलाई को आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियनों को फिर मीटिंग
के लिए न्योता दिया गया है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल
विकास मंत्री चौधरी द्वारा आज आंगनवाड़ी कर्मचारियों की तीनों ही
जत्थेबंदियों के नेताओं के साथ पंजाब सिविल सचिवालय स्थित अपने दफ़्तर में
मीटिंग की गई जिसमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के राजनैतिक सचिव
कैप्टन सन्दीप सिंह संधू, विभाग के विशेष मुख्य सचिव के.बी.एस.सिद्धू
और डायरैक्टर कविता सिंह भी उपस्थित थे। यूनियन नेताओं में
हरगोबिन्द कौर, उषा रानी और सरोज छाबड़ीवाल भी शामिल थे।
मीटिंग के बाद चौधरी ने बताया कि
आंगनवाड़ी वर्करों की माँगों के साथ विभाग को पूरी हमदर्दी है और विभाग की
यह राय है कि जो भी उचित मांगें हल होने वाली हैं, उनको तुरंत हल किया जाये
और जो भी मांगें उनके विभाग के दायरे से बाहर दूसरे विभाग से संबंधित हैं,
उनके हल के लिए संबंधित मंत्रियों के साथ मीटिंग करके पैरवी की जाये।
उन्होंने बताया कि वित्त विभाग से संबंधित मांगों संबंधी वह जल्द ही वित्त
मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ मीटिंग करेंगे। इसी तरह प्री
-प्राईमरी क्लासों शुरू करते समय 26 नवबंर, 2017 को शिक्षा और सामाजिक
सुरक्षा विभाग के बीच तय हुई संयुक्त हिदायतों को हूबहू लागू करने के लिए
शिक्षा मंत्री ओ. पी. सोनी के साथ जल्द मीटिंग की जायेगी। उन्होंने
कहा कि इसी तरह जो कोई उनके विभाग के साथ संबंधित मांगें हैं, उनके हल के
लिए विभाग के अधिकारियों को आज मौके पर ही मीटिंग में निर्देश दे दिए हैं। चौधरी ने कहा कि तीनों ही विभागों की मीटिंगों के उपरांत उनके
द्वारा 17 जुलाई को फिर आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन नेताओं को बुलाया जाये।
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