मोहाली। पंजाब
के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि पंजाब और इसकी पर्यावरण
को बचाना हरेक व्यक्ति की जि़म्मेदारी बनती है। उन्होंने उद्योगपतियों को
भी अपनी-अपनी, फ़ैक्टरियोँ के प्रदूषण को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का
न्योता दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने तेज़ी से घट रहे जल साधनों को
बचाने के लिए धान का उत्पादन घटाने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया।
मुख्यमंत्री
ने आज यहाँ अपनी सरकार के अद्भुत प्रयास ‘मिशन तंदरुस्त पंजाब ’ का आग़ाज़
किया जो पंजाब को सेहतमंद सूबा बनाने में बहुत बड़ा योगदान देगा जिससे
यहाँ के लोग साफ़ पर्यावरण, पानी और मानक भोजन के द्वारा स्वस्थ जीवन बसर
करेंगे।
पानी के तेज़ी से गिर रहे स्तर पर चिंता ज़ाहिर करते
हुए मुख्यमंत्री ने पानी की कम उपभोग वाली फसलों की पैदावार शुरू करने की
ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए सावधान किया कि यदि हमने अब कोई कदम न उठाया तो
आने वाले समय में राज्य के लिए स्थिति बहुत भयानक होगी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्वच्छ
पेयजल मुहैया करवाने के लिए अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों की तरफ से नदियों में फेंकी जाने वाले
अवशेष बर्दाश्त नहीं किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण पर काबू पाना
उद्योग की जि़म्मेदारी बनती है और उनकी तरफ से यह यकीनी बनाया जाये कि
नदियों में अनुपचारित पानी या अवशेष न फेंके जायें। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने
शहरों द्वारा नदियों को दूषित किये जाने पर भी चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा
कि इसको तत्काल तौर पर रोके जाने की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने
लोगों को पर्यावरण की संभाल के लिए पोपलर और सफ़ेदे की बजाय कीक्कर, नीम,
बेरी आदि जैसे परंपरागत वृक्ष लगाने का न्योता दिया। इस अवसर पर उन्होंने
दुबई की मिसाल दी जहाँ वहाँ के मूल वृक्ष को काटना अपराध माना जाता है।
उन्होंने राज्य के हरेक घर में कम से -कम एक पौधा लगा कर हमारी आने वाली
पीढ़ी को साफ़ वातावरण मुहैया करवाने में अपना योगदान देने की अपील की। इसी
दौरान मुख्यमंत्री ने वातावरण को बचाने के लिए नदीननाशकों का प्रयोग
सूझ-बूझ से और पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी को भी इस सम्बन्धित किसानों को
जागरूक करने संबंधी किये जा रहे प्रयास और तेज़ करने के लिए कहा।
ये भी पढ़ें - इस लडकी का हर कोई हुआ दीवाना, जानें...
इस
अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘तंदरुस्त पंजाब ’ के नाम अधीन एक पुस्तिका जारी
करने के अलावा ‘घर घर हरियाली’ नाम की मोबाईल एप भी लांच की। इस एप के
अंतर्गत वन विभाग द्वारा मौसम मुताबिक पौधों की जानकारी मुहैया करवाई जाया
करेगी। आज के इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण की संभाल में
सक्रिय 13 व्यक्तियों को चंदन के पौधे देकर सम्मानित किया। इन पर्यावरण
प्रेमियों में फतेहगढ़ साहिब से दिलबाघ सिंह मांगट, अशोक जैन, बूटा सिंह,
राजेश जिन्दल, दलीप सिंह, उपकार सिंह, इकबाल सिंह, हरमिन्दर सिंह, पटियाला
से अभिमन्यु, संगरूर से पोल्ट्री फार्मर राजेश गर्ग, जोढ़ा कलाँ से सुनील
कुमार, मोहाली से उद्योगपति तिलकराज बाँका और जगजीत सिंह को राज्य में 10
लाख पौधे लगाने के लिए मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री
ने जि़ला प्रशासन मोहाली के ‘मिशन ग्रीन मोहाली ’ मुहिम की भी औपचारिक
शुरुआत की जिसके अंतर्गत अगले तीन सालों में एक करोड़ पौधे लगाऐ जाएंगे।
ये भी पढ़ें - इस लडकी का हर कोई हुआ दीवाना, जानें...
इस
अवसर पर बोलते हुए वन एवं वन्य जीव मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने इस मिशन
को पर्यावरण के बढ़ रहे प्रदूषण के मद्देनजऱ एक महत्वपूर्ण पहल के तौर पर
दिखाया। उन्होंने ऐलान किया कि वन विभाग किसानों को चंदन के एक लाख पौधे
मुहैया करवाएगा जिससे वह अपने खेतों की सीमाओं पर लगा सकेंगे। उन्होंने आगे
कहा कि विभाग ने राज्यभर में विभिन्न किस्मों के आठ करोड़ पौधे लगाऐ जाने
का लक्ष्य रखा है।
पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी ने कहा कि साफ़ और
हरे पर्यावरण की अनुपस्थिति में कोई भी राज्य या देश तरक्की नहीं कर सकता
और यह मिशन पंजाब में ऐसा माहौल बनाने के लिए काफ़ी लाभप्रद सिद्ध होगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील भी की कि नदियों में प्रदूषित पानी और इसके
परवाह को रोकने के लिए सख़्त कदम उठाएं।इससे पहले अपने स्वागती
भाषण में अतिरिक्त मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी और पर्यावरण डा.
रौशन सुंकारिया ने मिशन संबंधी विस्तृत प्रस्तुति दी जिसमें साफ़ पेयजल की
सूची, पर्यावरण की हवा की गुणवत्ता, बिना मिलावट भोजन की उपलब्धता और
शारीरिक और मानसिक तंदरुस्ती संबंधी जानकारी शामिल थी।
पी.जी.आई.
चण्डीगढ़ के पूर्व डायरैक्टर डा. के.के. तलवार ने विश्व पर्यावरण दिवस पर
इस मुहिम की शुरुआत का स्वागत करते हुए ‘अच्छी सेहत, अच्छी सोच ’ मुहिम के
लिए एक साथ काम करने की अपील की। उन्होंने रेगुलेटरी और मोनेटरिंग विधि को
मज़बूत करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और इस विशेष प्रोग्राम को सख्ती से
लागू करने के लिए एक विशेषज्ञों का समूह बनाने का भी सुझाव दिया।
ये भी पढ़ें - आपके हाथ में पैसा नहीं रूकता, तो इसे जरूर पढ़े
पद्म श्री बाबा सेवा सिंह खडूर साहिब ने पंजाब को सबसे स्वस्थ राज्य बनाने के लिए लोगों को राज्य के पानी, हवा और मिट्टी को बचाने का वायदा करने के लिए कहा। उन्होंने नदियों में बेकार कूड़ा फेंकने और फ़सलीय अवशेष को न जलाने का भी समर्थन किया। समागम में मीडिया सलाहकार मुख्यमंत्री पंजाब रवीन ठुकराल, मुख्य सचिव करण अवतार सिंह, मिशन तंदरुस्त पंजाब डायरैक्टर और चेयरमैन पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एस.पन्नूं, पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कंग और डायरैक्टर आईसर मोहाली डी.पी. सरकार समेत अन्य अधिकारी और गणमान्य भी मौजूद थे।
यह भी पढ़े : यहां मरने के बाद भी होती है शादी, मंडप में दूल्हा-दुल्हन...