नई
दिल्ली। सुनंदा पुष्कर की आत्महत्या मामले में मंगलवार को दिल्ली की
पटियाना हाऊस कोर्ट के फैसले के समन किए जाने के बाद शशि थरूर ने एक बयान
जारी कर कहा है, ‘मेरे खिलाफ आरोप निरर्थक, निराधार, छवि खराब करने वाले और
बदला लेने वाले अभियान का हिस्सा हैं। थरूर ने कहा, ‘इन आरोपों के खिलाफ
पूरी ताकत से लड़ूंगा और अंतत : सच्चाई की जीत होगी।’
बता दें कि
कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की आत्महत्या मामले में
मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें आरोपी माना है। इसके
साथ ही शशि थरूर को एक समन जारी करके 7 जुलाई को कोर्ट में पेश होने का
आदेश दिया है। हाल ही में मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट
में चार्जशीट फाइल की थी, जिसमें थरूर को संदिग्ध माना गया है। ऐसे में
चार्जशीट के संज्ञान लेने पर कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाया है। इससे पहले
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने सुनंदा पुष्कर की चार्जशीट पर एक्शन नहीं
लिया था।
दिल्ली पुलिस की मानें तो शशि थरूर पर सुनंदा को आत्महत्या
के लिए उकसाने तहत केस चलाने के पर्याप्त सबूत हैं। पुलिस ने कोर्ट में
केस से जुड़े अहम सबूत और जानकारी के आधार कहा कि ये मामला आत्महत्या के
लिए उकसाने और वैवाहिक जीवन में क्रूरता का है। पुलिस ने यह चार्जशीट करीब
चार साल के बाद फाइल की है। वहीं, सुनंदा ने मौत से पहले शशि थरूर को 2 मेल
लिखे जिसमें लिखा था, ‘मैं मरना चाहती हूं। ऐसे में अब आज कोर्ट तय करेगा
कि शशि थरूर के खिलाफ मामला चलेगा या नहीं।
यह है पूरा मामला...
सुनंदा
पुष्कर 17 जनवरी 2014 को दिल्ली के एक लग्जरी होटल के कमरे में मृत पाई गई
थीं। इस घटना से कुछ दिन पहले उनकी पाकिस्तानी जर्नलिस्ट मेहर तरार के साथ
ट्विटर पर तीखी बहस भी हुई थी। इस बहस की कथित वजह शशि थरूर और मेहर तरार
के बीच नजदीकियां बताई गईं। थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर मौत अब भी एक बड़ा
रहस्य बनी हुई है।
सीबीआई की सीएफएसएल की रिपोर्ट के मुताबिक, सुनंदा की
मौत सिगरेट में जहर देने से नहीं हुई थी। सीबीआई ने एम्स के डॉक्टरों संग
होटल लीलावती के कमरा नम्बर 345 से सिगरेट, पानी की बोतल और दीवार पर लगे
कथित खून के धब्बे उठाए थे। जनवरी 2014 में सुनंदा पुष्कर की संदिग्ध
परिस्थितियों में होटल के कमरे में मौत हो गई थी।
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