आखिर कैसे एमजे ने अपने शरीर को 45 डिग्री तक घुमाया था, पढ़ें पूरी खबर

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 24 मई 2018, 4:03 PM (IST)

चंडीगढ़। 1987 में माइकल जैक्सन ने अपने गीत स्मूथ क्रिमिनल के वीडियो में गुरुत्वाकर्षण के बल पर 45 डिग्री तक आगे घुमा दिया था। डांस के दौरान लगता है कि वे जल्द ही गिर जाएंगे लेकिन ऐसा होता नहीं है। उनके इस विडियो को दुनियाभर में देखा गया। तीन दशक बाद, चंडीगढ़ में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) के तीन न्यूरोसर्जन ने जैक्शन के बायोमेकॅनिक्स को समझ लिया है जो जैक्सन को इस कदम को करने में सक्षम बनाता है। रिपोर्ट में ये भी सामने आया कि अन्य किसी डांसर से इस तरह के नृत्य की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है।


जर्नल ऑफ न्यूरोसर्जरी में प्रकाशित हुआ लेख

अध्ययन करने वाली टीम ने माइकल जैक्सन ने स्पाइन बायोमेकॅनिक्स की हमारी समझ को कैसे चुनौती दी? विषय पर एक रिपोर्ट पेश की। निशांत एस याज्ञिक, मंजुल त्रिपाठी और संदीप मोहिन्द्रा की इस रिपोर्ट को जर्नल ऑफ न्यूरोसर्जरी में ऑनलाइन प्रकाशित किया था।


अन्य कोई डांसर मात्र 25 से 30 डिग्री तक ही ऐसा कर सकता है...
तो, जैक्सन ने इसे कैसे मैनेज किया? डॉक्टरों का कहना है कि दो कारकों के संयोजन से ऐसा हुआ। पहला तो उनके जूतों को विशेष रूप से डिजाइन किया गया था जो जैक्सन की टीम द्वारा पेटेंट किया गया था। वहीं दूसरा जैक्शन के कंधों का मजबूत होना पाया गया है। डॉक्टरों का मानना है कि बेहतर प्रशिक्षण और मेहनत के बल पर भी अन्य कोई डांसर सिर्फ अधिकतम 25 डिग्री से 30 डिग्री तक पहुंच सकता है।


ऐसे कार्य करता है शरीर
जब कोई व्यक्ति सीधे अपनी पीठ के साथ खड़ा होता है, तो गुरुत्वाकर्षण का केंद्र दूसरे पवित्र कशेरुका (रीढ़ की हड्डी का निचला हिस्सा) के सामने होता है। जब व्यक्ति सीधे पीछे की ओर झुकता है, तो कूल्हे जोड़ एक फुलक्रम के रूप में कार्य करते हैं, जिस पर शरीर आगे बढ़ता है। पीठ की मांसपेशियां रीढ़ की हड्डी का समर्थन करती हैं और एक केबल के रूप में कार्य करती हैं जबकि शरीर इसके आंदोलन करता है। इससे शरीर के आगे गिरने के बिना संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।

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