जयपुर। पूरा प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है। प्रदेश में भीषण गर्मी आग बरसा रही है। गर्मी का यह सितम अभी और झेलना पड़ेगा। सूरज कल यानी 25 मई से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इसी के साथ नौतपा शुरू हो जाएगा। सूरज के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से धरती और सूर्य की दूरी कम हो जाएगी। इसका नतीजा यह होगा कि सूरज की तपिश हमें और झुलसाएगी। सूर्य की यह तपन हमें 9 दिनों तक भीषण तरह से तपाएगी। नौपता में पूरे 9 दिन तक गर्मी अपने शबाब पर रहेगी। नौपता 3 जून तक रहेगा। जयपुर में बीते दिन का तापमान 45.4 डिग्री दर्ज किया गया। हालात ये हैं कि दिन निकलने के साथ ही गर्मी अपने तेवर दिखाने शुरू कर देती है। दोपहर होते-होते मानो आग बरस जाती है।
सूर्य देव शुक्रवार ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इससे पृथ्वी पर सूर्य की तपन ज्यादा महसूस होगी। नौतपा नौ दिन रहेगा। इन नौ दिन तक भीषण गर्मी पड़ेगी।
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मानसून का गर्भकाल है नौतपा
ज्योतिषशास्त्री नौतपा को
मानसून का गर्भकाल मानते हैं। इस अवधि में बारिश के कम या ज्यादा होने का
अनुमान लगाया जाता है। यदि नौतपा में बारिश आती है तो मानसून में कम बारिश
होती है। और यदि नहीं आती तो बेहतरीन बारिश आती है। या यूं कहें तेज गर्मी
रहने पर अच्छी बारिश और कम तपन पर कम बारिश होती है। शास्त्रों में माना
गया है कि रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा का नक्षत्र होता है। चंद्रमा जल तत्व
माना गया है। सूर्य की गर्मी रोहिणी के जल तत्व के कारण मानसून गर्भ में आ
जाती है। इसलिए इसे मानसून का गर्भकाल कहा जाता है। जब तक सूर्यव रोहिणी
नक्षत्र में रहते हैं, तब तक चंद्रमा 9 नक्षत्रों में भ्रमण करते हैं।
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