महाराणा प्रताप का साथ देने वाले गाडियां लुहार को मुफ्त मकान मिलेगा

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 20 मई 2018, 6:11 PM (IST)

जींद। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज घोषणा की कि महाराणा प्रताप के साथ संकट व उनके जीवन के दिनों में रहे ‘गाडिया लुहार’ वर्ग के लोगों के लिए सरकार की ओर से इस समुदाय के पंजीकृत लोगों के लिए मुफ्त मकान बनाए जाएंगें। इसके अलावा, उन्होंने सफीदों में एक चौक का नाम महाराणा प्रताप के नाम से रखने, तरावड़ी में पृथ्वीराज चौहान के नाम से एक स्मारक बनाने और पंचकूला में महाराणा प्रताप के नाम बनाई जा रही धर्मशाला के लिए भी 21 लाख रुपए अनुदान देने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य में आज भी यदि किसी घर में गैस का कनेक्शन नहीं हैं तो 48 घंटे के भीतर उन्हें गैस का कनैक्शन मुहैया करवा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं आज जींद जिला के सफीदों में आयोजित महाराणा प्रताप जंयती समारोह के दौरान की। उन्होंने महाराणा प्रताप के साथ रहने वाले लोगों की बात करते हुए कहा कि जिन्हें आज ‘गाडिया लुहार’ कहा जाता है, उनसे हमने अपील की और कहा कि अब जमाना बदल गया है और आप लोगों को एक स्थान पर टीक कर रहना चाहिए और परिवार का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनसे कहा गया कि आप लोगों को रहने के लिए सरकार की ओर से मुफत मकान बनाकर दिए जाएंगें , आप अपना पंजीकरण करवाएं, तो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लगभग 10 हजार मकान ऐसे परिवारों को बनाकर दिए जाएंगें। उन्होंने कहा कि वे घोषणा करते हैं कि महाराणा प्रताप के संकट और जीवन के साथियों को यह मकान बनाकर देना, एक प्रकार से महाराणा प्रताप को श्रद्घाजंलि होगी। इसी प्रकार, करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय भी स्थापित किया जा रहा है और विश्वविद्यालय का नाम महाराणा प्रताप के नाम से रखा गया है। वही, तरावडी में पृथ्वीराज चौहान के नाम से एक स्मारक बनाया जाएगा। इसी प्रकार, सफीदों में एक चौक का नाम महाराणा प्रताप के नाम से रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में तीन लाख से अधिक गैस के कनैक्शन मुहैया करवाए गए हैं और आज भी यदि किसी घर में गैस का कनैक्शन नहीं हैं तो 48 घंटे के भीतर उन्हें गैस का कनैक्शन मुहैया करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा में तालाबों के पुररूद्वार के लिए तालाब विकास प्राधिकरण का गठन किया है और राज्य के 14 हजार तालाबों को ठीक किया जाएगा। इसी प्रकार, राज्य के लगभग 9 हजार शमशान घाटों व कब्रिस्तानों में चारदीवारी व शेड, रास्ते और पानी की व्यवस्था का काम किया है, जिस पर लगभग 700 करोड रूपए की राशि खर्च की जाएगी और यह कार्य आगामी 6 माह में पूरा कर लिया जाएगा और जींद के लिए 45 करोड़ रुपए का बजट है।
तीन साल में सरकार पर कोई दाग नहीं


ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

उन्होंने कहा कि आज मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आज सरकार के किसी भी मंत्री, विधायक पर कोई आरोप या कोई दाग नहीं हैं और न ही कोई घपले का आरोप हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को साढे तीन साल हो गए हैं और हमारी सरकार पर किसी भी प्रकार कोई भी दाग या आरोप नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 48 सालों में हरियाणा में विभिन्न सरकारें आई जो छाती ठोंक कर कर सकें कि वे भ्रष्टाचार से दूर रहें। उन्होंने लोगों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आपको पता है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री जेेल में हैं और दूसरे दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री जेल में जाने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि हम ठोक बजाकर कहते हैं जहां हमने विकास के कार्य किए हैं, जहां हमने राज्य में व्यवस्था परिवर्तन का कार्य किया है, जहां हमने लेागों के जीवनयापन के स्तर पर ऊंचा उठाया है, तो वहीं समाज की दिशा बदलने का भी हमने काफी प्रयत्न किया हैं। इस समाज की दिशा बदलना हमारा मुख्य उदेश्य है आखिर एक ईमानदार समाज, एक स्पष्टï समाज, एक होनहार समाज, एक बढता हुआ समाज ही हरियाणा का समाज होना चाहिए। उन्होंंने कहा कि मैं किसी एक समाज की बात नहीं कर रहा है, हम हरियाणा की एकता में विश्वास रखते हैं और हमने आते ही हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा दिया था। हम सब एक हैं हम अपने अपने महापुरूषों की जयंतियां मनाते हैं ताकि हम भी महापुरूषों के दिखाए रास्ते पर थोडा बहुत चल सकें, चाहे वह महाराणा प्रताप की जयंती हो, चाहे वो सुरसेन की जयंती है, चाहे बाल्मिकी जयंती हो, चाहे वो डा. अम्बेडकर की जयंती हो, चाहे वो संत कबीर की जयंती है, चाहे वो महाराजा अग्रसेन की जयंती हो। उन्होंने कहा कि इन जयंतीयों को मनाने का एक ही हेतू है कि समाज के सभी लोग उनके पदचिन्हों पर चलें। जो आदर्श वह हमें बताकर गए हैं उन आदर्शों पर हम चलें। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप हमें आदर्श बताकर गए और यह बताकर गए कि स्वामिभान से जियो, गुलाम की जिंदगी मत जियो और यह आदर्श आज भी काम आता है, आज हम गिरकर नहीं जियेंगें स्वाभिमान से जियेगें और स्वाभिमान का अर्थ हैं कि मेहनत करके खाएंगें, अपने आपको आगे बढाएंगें। उस समय देश गुलाम था और देश को आजादी दिलाने के लिए बलिदान देने की जरूरत थी पंरतु आज देश आजाद है और आज हमें मरने की आवश्कता नहीं है बल्कि देश को आगे बढाने के लिए जीने की आवश्कता है। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढाने के लिए हमें हर अच्छे काम में सहभागिता करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज ईमानदार मुख्यमंत्री की बात की जाती है और जब मुझे ईमानदार मुख्यमंत्री कहा जाता है तो मुझे यह स्थिति असहज कर देती है जबकि ये संज्ञा हरेक व्यक्ति के साथ होनी चाहिए और आज यहां सब ईमानदार है, बाकी किसी को बेईमान बताना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि जब समाज के सभी लोग, नेता, सदस्य और सभी पार्टियां ईमानदारी से काम करेगी तो यह देश-प्रदेश को दुनिया में आगे ले जा सकेंगें और समाज को आगे बढ़ा सकेंगे। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से काम करने पर 177 देशों में भारत सबसे आगे बढ़ जाएगा। उन्होंने खेेलों के संबंध में कहा कि आज राज्य में व्यायामशालाओं को खोला जा है और ग्रामीण व शहरी युवा खेलेां के माध्यम से अपने आपको आगे बढा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में राष्टï्रमंडल खेलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को 66 मैडल मिलें जिसमें 22 मैडल अर्थात 33 प्रतिशत मैडल हरियाणा के खिलाडियों ने लिए हैं।

ये भी पढ़ें - अनाथ और गरीब बच्चों के मन की मुराद पूरी कर रहा है साई सौभाग्य मंदिर