डूंगरपुर। जिले के सीमलवाड़ा इलाके के पीठ कस्बे में 12 घंटे पहले जन्म लेने वाले बच्चे को जिंदा दफन किए जाने का मामला सामने आया है।
बच्चे को जन्म लेने के 12 घंटे बाद ही जमीन में जिंदा गाड़ दिया गया। बच्चे की रोने की आवाज सुन 16 साल की लड़की ने उसे जमीन से निकाल लिया। बच्चे को बचाने वाली लड़की लीला पुत्री गौतम खराड़ी है। उसने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और गड्ढा खोदकर उसे निकाल लिया और बच्चे को सीमलवाड़ा हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
डॉक्टरों के अनुसार बच्चा 12 से 18 घंटे पहले जन्मा था। जिस जगह बच्चे को दफनाया था उस जगह के चारों ओर पत्थर और कंटीली झाड़ियां डाल दी गई थीं। ताकि उस तरफ कोई नहीं जा सके।
पुलिस का मानना है कि या तो किसी ने नाजायज पैदाइश छिपाने के लिए यह कृत किया है, या यह तांत्रिक किया का मामला हो सकता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस नवजात की मां की तलाश कर रही है।
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