राष्ट्रपति ने जयपुर में लांच की राजस्थान सरकार की 3 योजनाएं, स्मृतियां ताजा कीं

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 13 मई 2018, 7:09 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर राजस्थान आए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजभवन से शाम 6 बजे बिड़ला ऑडिटोरियम पहुंचे। वहां राज्य सरकार की ओर से राष्ट्रपति का नागरिक अभिनंदन किया गया।
समारोह में राष्ट्रपति ने सुंदर सिंह भण्डारी ईबीसी स्वरोजगार योजना, भैरोंसिंह शेखावत अंत्योदय स्वरोजगार योजना एवं राजस्थान अनुसूचित जाति-जनजाति वित्त एवं विकास सहकारी निगम द्वारा अनुसूचित जाति-जनजाति, ओबीसी, सफाई कर्मचारी और दिव्यांगजन को स्वरोजगार के लिए ऋण एवं ब्याज माफी योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान योजनाओं के 5-5 लाभार्थियों को 50-50 हजार रुपए के चेक भी वितरित किए। इस मौके पर बिडला ऑडिटोरियम में सरकार की योजनाओं की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार की योजनाओं की जानकारी दी।

राजस्थान के लोगों का जताया आभारसमारोह में राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान के स्नेही लोग अपने अतिथि-सत्कार के लिए हमेशा सराहे जाते हैं। आप द्वारा किए गए इस आत्मीय अभिनंदन के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मेरा राजस्थान से गहरा नाता है। मैं यहां कई बार आया हूं। मैंने कई क्षेत्रों में यात्रा की है और मुझे यहां के जन-जीवन के विविध रूपों को नजदीक से देखने का अवसर मिला है। आज जब यहां आए तो कई स्मृतियां ताजा हो गईं। मैंने बीकानेर, चूरू, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, सिरोही में माउंट आबू, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, कोटा, बूंदी, भरतपुर, अजमेर, नागौर, अलवर और जयपुर आदि सभी जिलों में जाकर राजस्थान की इंद्रधनुषी प्रकृति और संस्कृति को देखा है। मैंने यह भी महसूस किया है कि राजस्थान के लोगों में अपनी माटी, भाषा और मानवीय मूल्यों के प्रति बहुत गहरा लगाव है। पोकरण में नया इतिहास रचने की बात कहते हुए पोकरण का जिक्र किया। सभी जगह खान-पान, लोकगीत सहित अन्य परंपराएं लोगों को आकर्षित करने वाली है। धरती धौरा री, पधाओ म्हारे देश जैसी कविताएं लोगों को आकर्षित करती हैं। यहां के लोगों ने कला और साहित्य के श्रेष्ठ उदाहरण भी प्रस्तुत किए हैं। प्राकृतिक और मानवीय चुनौतियों तथा हर तरह की कठिनाइयों के बीच राजस्थान के लोगों ने सदैव अपना विकास और प्रदेश का विकास किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के शूरवीरों पर पूरे देश को गर्व है। मरुधरा देश की शक्ति स्थली रही है।

नागौर के लोगों की कर्मठता सदैव याद रहेगी

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उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 में मुझे बिहार के राज्यपाल के रूप में छोटी खाटू में एक हिंदी पुस्तकालय द्वारा आयोजित एक समारोह में आने का अवसर मिला था। नागौर जिले के उस सुदूर गांव में जो ऊर्जा और कर्मठता मुझे देखने को मिली वह मुझे हमेशा याद रहेगी। उस समारोह में मुझे दीन दयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान प्रदान करने का अवसर भी मिला था। राजस्थान के चंद बरदाई हिन्दी साहित्य के पहले कवि माने जाते हैं और उनका पृथ्वीराज रासो हिंदी का पहला काव्य माना जाता है।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री की सराहना की


राजस्थान के नागरिकों को कल्याण सिंह के रूप में एक ऐसे राज्यपाल का मार्ग निर्देशन प्राप्त है, जिनके सार्वजनिक जीवन में योगदान, कार्यकुशलता और अनुभव को बहुत ही सम्मान के साथ देखा जाता है। राजस्थान के आर्थिक और सामाजिक विकास को निरंतर आगे बढ़ाने में कुशल नेतृत्व प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सराहना करता हूं।

राजस्थान की धरती पोखरण में रचा गया था गौरवशाली इतिहास


उन्होंने कहा कि यह संयोग ही है कि आज राजस्थान में एकत्र हम सभी लोगों को आधुनिक भारत के एक गौरवशाली अध्याय को याद करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। आज से ठीक बीस साल पहले 13 मई, 1998 के दिन भारत ने अपने परमाणु परीक्षणों की श्रृंखला सफलतापूर्वक सम्पन्न की थी। भारत एक परमाणु शक्ति सम्पन्न देश बन गया था। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वह गौरवशाली इतिहास राजस्थान की धरती पर ही पोखरण में रचा गया था। संयोग से मैं पोखरण और रामदेवरा भी जा चुका हूं।

राजस्थान ने प्रस्तुत किए शांति-सद्भाव और भक्ति के कई आदर्श

राजस्थान ने शांति-सद्भाव और भक्ति के अनेक आदर्श प्रस्तुत किए हैं, जिसमें गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती और मीरा बाई जैसे महान उदाहरण हैं। उन दिनों राजस्थान के एक बहुत बड़े राजघराने की मीरा बाई ने संत रविदास को अपना आध्यात्मिक गुरु माना और तत्कालीन समाज के लिए समानता और समरसता का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जो आधुनिक भारत में भी प्रासंगिक है। भारतीय समाज को सही दिशा दिखाने की राजस्थान की परंपरा में हरबिलास शारदा ने सन 1929 में बाल विवाह को समाप्त करने के लिए एक कानून बनाया, जिसे बोलचाल में शारदा एक्ट कहा जाता है।

भैरों सिंह शेखावत और सुंदर सिंह भंडारी को किया याद


उन्होंने कहा कि कुछ दशकों की बात करें तो राजस्थान के दो सपूतों भैरों सिंह शेखावत और सुंदर सिंह भंडारी का स्मरण स्वाभाविक हो जाता है। मुझे उन विभूतियों के साथ काम करने का अवसर मिला था। आज भैरों सिंह शेखावत अंत्योदय रोजगार योजना और सुंदर सिंह भंडारी ईबीसी स्व रोजगार योजना के शुभारंभ से मुझे प्रसन्नता हुई है। इसी तरह अनुसूचित जाति, जनजाति, सफाई कर्मचारी, दिव्यांग जन एवं अन्य पिछड़े वर्ग के व्यक्तियों को स्व रोजगार के लिए दिए गए ऋण की माफी का निर्णय उन दोनों विभूतियों को राज्य सरकार की सच्ची श्रद्धांजलि है। मुझे पूरा विश्वास है कि राजस्थान के लोग आज आरंभ की गई योजनाओं के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का पूरा लाभ उठाएंगे।

देश का पहला सुनियोजित और आधुनिक नगर है जयपुर शहर


उन्होंने कहा कि जयपुर, उदयपुर, कोटा और अजमेर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया गया है। आज से लगभग तीन सौ साल पहले निर्मित जयपुर शहर देश का पहला सुनियोजित और आधुनिक नगर था। धरोहरों का संरक्षण करने और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने से राजस्थान में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिला है। राजस्थान ने विश्व के पर्यटन मानचित्र पर अपना विशेष स्थान बनाने में सफलता प्राप्त की है। पर्यटन की क्षमता में और अधिक विकास करने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, उनसे यहां के युवकों को रोजगार के और अधिक अवसर उपलब्ध होंगे।



जयपुर पहुंचने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया स्वागत



पर्यटन के विकास में ब्रांडिंग की महत्वपूर्ण भूमिका


उन्होंने कहा कि पर्यटन के विकास में ब्रांडिंग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राजस्थान की ब्रांडिंग के बारे में मैं एक रोचक जानकारी आपके साथ साझा करना चाहूंगा। इसी साल जनवरी में इजराइल के प्रधानमंत्री मुझसे मिलने राष्ट्रपति भवन आए थे। सत्कार में उनको पिलाई गई चाय उन्हें बहुत पसंद आई। जब उन्होंने चाय पत्ती के बारे में पूछा तो मैंने गर्व से बताया कि यह चाय पत्ती राजस्थान के बीकानेर जिले से आती है। भारत और इजराइल के बीच कृषि विकास के संयुक्त प्रयासों के तहत राजस्थान में विकसित जैतून की खेती के बारे में जानकर वे इजराइल के प्रधानमंत्री बहुत खुश हुए थे।

राजस्थान का राष्ट्रपति भवन में विशेष योगदान


अंत में उन्होंने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति भवन पूरे प्रदेश के लोगों का है, लेकिन राजस्थान का इसमें विशेष योगदान रहा है। राष्ट्रपति भवन में जैसलमेर, मकराना के पत्थरों का उपयोग किया गया है। सबसे बड़ी बात है भवन के मुख्य द्वार के पास जयपुर कॉलम स्थापित है। जो भी व्यक्ति यहां से निकलता है, राजस्थान की याद ताजा हो जाती है। इस दौरान उन्होंने सभी को राष्ट्रपति भवन आने का आमंत्रण देते हुए कहा कि आप भी वहां आएं और भी राजस्थान की कला का दर्शन करें।

मुख्यमंत्री ने जताया आभार


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अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीऔर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी नितिन गड़करी का आभार जताया। उन्होंने किसानों की कर्ज माफी, भामाशाह योजना, प्रधानमंत्री की बेटियों को सहायता, राजस्थान को ओडीएफ घोषित करने और निशुल्क उपचार, दृव्यवती नदी सौंदर्यन, रिंग रोड सहित अन्य योजनाओं के बारे में बताया। मंच पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद के अलावा अन्य मंत्री, विधायक, सांसद आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम के अंत में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले जयपुर महापौर अशोक लाहोटी ने राष्ट्रपति एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पत्नी एवं देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, राज्य मंत्रिपरिषद के सदस्य, जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं आम नागरिक उपस्थित थे।


राष्ट्रपति 14 को अजमेर जाएंगे



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आपको बता दें कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 14 अप्रैल को ब्रह्मा मंदिर दर्शन के लिए पुष्कर जाएंगे। पुष्कर दर्शन के बाद दरगाह जियारत करने जाएंगे। इस दौरान दरगाह को पूरी तरह खाली कराया जाएगा। दरगाह दीवान निजाम गेट पर राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे। दोनों अंजुमन बुलंद दरवाजे पर राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे। दरगाह जियारत के बाद दरगाह कमेटी द्वारा राष्ट्रपति का इस्तकबाल किया जाएगा।
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